जयपुर, 17 जुलाई। राजस्थान उच्च न्यायालय की डिवीजन बेंच ने शुक्रवार को सचिन पायलट समेत 19 कांग्रेस  विधायकों की याचिका पर सुनवाई की। सुनवाई राजस्थान उच्च न्यायालय के प्रधान न्यायधीश जस्टिस इंद्रजीत मोहंती और जस्टिस प्रकाश गुप्ता की युगलपीठ ने की। सचिन और साथी विधायकों के लिए पैरवी करते हुए अंंतरराष्ट्रीय स्त्तर पर मशहूर वकील हरीश साल्वे ने दलील दी कि विधानसभा के बाहर होने वाली  गतिविधियों को दल-बदल विरोधी अधिनियम का उल्लंघन नहीं माना जा सकता।

हरीश साल्वे की दलील को मानते हुए युगल पीठ ने निर्देश दिए कि मंगलवार शाम 5 बजे तक विधानसभा स्पीकर कोई एक्शन न लें। युगल पीठ अब सोमवार 20 जुलाई को इस मामले में सुनवाई करेगी। अब तक माना जा रहा था कि स्पीकर जल्द बागी विधायकों को अयोग्य घोषित कर सकते हैं। क्योंकि, कांग्रेस विधायकों से 17 जुलाई की शाम तक जवाब मांगा गया था। कांग्रेस के बागी विधायकों ने अपनी याचिका में स्पीकर के नोटिस को चुनौती दी है।

भाजपा में भी गुटबाजी उजागर

राजस्थान कांग्रेस में मचे सियासी घमासान की जद में आकर भाजपा में भी दो गुट नज़र आने लगे हैं। इसके संकेत भाजपा की सहयोगी राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (रालोपा) के सांसद हनुमान बेनीवाल के पूर्व CM वसुंधरा राजे पर हमले से मिले। बेनीवाल ने ट्वीट किया,  ‘‘वसुंधरा राजे ने राजस्थान कांग्रेस में उनके करीबी विधायकों से फोन करके गहलोत का साथ देने के लिये कहा है। सीकर और नागौर जिले के एक-एक जाट विधायक को वसुंधरा ने खुद बात करके पायलट से दूरी बनाने को कहा है। इसके पुख्ता प्रमाण हमारे पास हैं।’’ वसुंधरा राजे को बुधवार को पार्टी मीटिंग के लिए जयपुर आना था, लेकिन वे नहीं पहुंचीं। इससे भाजपा में भी गुटबाजी उभर कर सामने आ रही है।

वायरल ऑडियो ने भी मचाया तूफान

गुरुवार देर रात विधायकों की खरीद-फरोख्त से जुड़ी बातचीत के तीन ऑडियो वायरल होने से भी सियासी तूफान जोर पकढ़ रहा है। गौरतलब है कि ऑडियो के आधार पर कांग्रेस केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और कई दूसरे भाजपा नेताओं को कटघरे में खड़ा कर रही है। हालांकि शेखावत ने इन्हें CM गहलोत के ऑफिस में जन्मे फेक वीडियो करार देते हुए इसमें अपनी आवाज होने से साफ इनकार किया है।  

गुरुवार का सियासी तूफान

करीब 12 बजे सचिन पायलट समेत 19 विधायकों ने विधानसभा के नोटिस के विरुद्ध राजस्थान उच्च न्यायलय में याचिका दायर की।

अमेंडमेंट की कॉपी नहीं होने पर  टाल दी गई सुनवाई दोपहर बाद 3 बजे शुरू हुई।  करीब 4.15 बजे पायलट गुट के वकीलों द्वारा फिर संशोधित याचिका लगाई गई।

संशोधित याचिका पर सुनवाई 5 बजे शुरू हुए इसके बाद मामला डिवीजन बैंच को ट्रांसफर कर दिया गया।

डिविजनल बैंच में पहले शाम 7.30 बजे सुनवाई का वक्त तय हुआ, इसे 8 बजे तक बढ़ा दिया गया। शुक्रवार को दोपहर 1 बजे सुनवाई का वक्त निर्धारित किया गया

पायलट के वकील हरीश साल्वे, सिंघवी कर रहे स्पीकर की पैरवी

पायलट गुट की तरफ से पैरवी हरीश साल्वे कर रहे हैं, साथ ही मुकुल रोहतगी भी पायलट के लिए ऑनलाइन जुड़ेंगे।जबकि राजस्थान के विधानसभा स्पीकर की तरफ से पैरवी अभिषेक मनु सिंघवी कर रहे हैं।

इन्हें मिला नोटिस

सचिन पायलट, रमेश मीणा, इंद्राज गुर्जर, गजराज खटाना, राकेश पारीक, मुरारी मीणा, पीआर मीणा, सुरेश मोदी, भंवर लाल शर्मा, वेदप्रकाश सोलंकी, मुकेश भाकर, रामनिवास गावड़िया, हरीश मीणा, बृजेन्द्र ओला, हेमाराम चौधरी, विश्वेन्द्र सिंह, अमर सिंह, दीपेंद्र सिंह और गजेंद्र शक्तावत। 

राजस्थान सरकार की कैवियट पर सुनवाई

सचिन पायलट और सहयोगी विधायकों की याचिका के विरुद्ध विधानसभा अध्यक्ष और राजस्थान सरकार ने कैवियट दायर की गई है। सुनवाई के दौरान कैवियट का पक्ष भी सुना जाएगा। 

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