ग्वालियर, 13 जुलाई। शहर में पुलिस की अपराध शाखा ने मुखबिर की सूचना पर लाखों रुपए की धोखाधड़ी कर नौ वर्ष से फ़रार ठग को मुंबई से मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया है। पकड़ा गया ठग कई लोगों से मकान बेचने के नाम पर अनुबंध कर और मोटी ठगी कर फरार हो गया था। वह ठगी के लगभग 50 लाख से मुंबई अय्याशी के साथ रह रहा था। पुलिस से बचने के लिए ठग मुंबई में 3-4 माह में घर बदल देता था। पुलिस ने पकड़े गए ठग को न्यायालय के समक्ष पेश कर पूछताछ के लिए रिमांड पर ले लिया है।
मकान बेचने के लिए अधिवक्ता से ठगे 50 लाख
शहर के मुरार में सीपी कॉलोनी निवासी अधिवक्ता अतिसुंदर सिंह के साथ मकान बेचने के नाम पर 50 लाख की धोखाधड़ी कर 2013 में फ़रार राहुल माथुर को अपराध शाखा ने नवी मुंबई के खारगर से गिरफ्तार कर लिया। ठगी की रकम के दम पर राहुल किराए के आलीशान आवास में ठाठ से रहरहा थी। अपराध शाखा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेश दंडौतिया ने बताया कि फरियादी ने मुरार थाने में लिखित शिकायत की थी।
- राहुल ने अनुबंध पत्र के आधार मकान बेचने के लिए अग्रिम के रूप से चार किश्तों में 50 लाख रुपए लिए थे, किंतु लंबे समय तक मकान का पंजीकरण नहीं कराया और फ़रार हो गया। पुलिस ने अधिवक्ता अतिसुंदर सिंह की शिकायत पर आरोपी के विरुद्ध धोखाधड़ी का प्रकरण पंजीबद्ध किया था। पूर्व में आरोपी मुरार में सोने व चांदी के जेवरों का व्यापार भी करता थाउसके विरुद्ध दो प्रकरण पंजीबद्ध थे।
- पकड़ा गया इनामी बदमाश थाना मुरार के एक अन्य प्रकरण में फरियादी कमल किशोर पाठक व अन्य के साथ लगभग 60 लाख रूपये की ठगी करके वर्ष 2013 में सूरत भाग गया था, तब उसे मार्च 2014 में ग्वालियर पुलिस द्वारा सूरत से पकड़ कर ग्वालियर लाया गया था। जिसके बाद आरोपी ने अपनी पत्नी के साथ मिलकर अति सुंदर सिंह के साथ धोखाधड़ी की इस वारदात को अंजाम दिया था।
- आरोपी राहुल और उसकी पत्नी की गिरफ्तारी के लिए पांच-पांच हजार रुपए का पारितोषिक घोषित किया गया था। राहुल की पत्नी अब भी पुलिस की गिरफ्त में नहीं आ सकी है।