चित्रकूट, 11 जुलाई। उत्तरप्रदेश में चित्रकूट के सीतापुर क्षेत्र में गांव रानीपुर खाकी में एक प्रेमी युगल ने एक साथ फांसी लगाकर जान दे दी। सूत्रों के अनुसार प्रेमिका विधवा थी फिर भी उसने आत्महत्या से पूर्व सुहागन स्त्री की तरह पूरा श्रंगार किया हुआ था। बताया गया है कि विधवा से विवाह के लिए समाज और परिवार रोड़ा बना हुआ था। इसलिए दोनों ने एक साथ मरने की निर्णय लिया था। विधवा प्रेमिका से विवाह नहीं करने दे रहे थे परिजन, प्रेमिका संग फांसी पर झूला….
रानीपुर के गांव खाकी की 30 वर्षीय सुनीता के पति साधु मौर्य की मृत्यु तीन वर्ष पूर्व हो गई थी। विधवा सुनीता सात वर्षीय बेटी प्रीति के साथ मायके खाकी में ही रहने आ गई। गांव के ही कैलाश यादव से उसकी नज़दीकी बढ़ी। कैलाश ने उसे अपनाने का वादा कर लिया। विवाह के लिए दोनों ही सहमत थे, किंतु जाति एक न होने से समाज और परिवार विवाह में बाधक बने हुए थे। दोनों एक नहीं हो पा रहे थे इसलिए तय कर लिया एक साथ दुनिया को छोड़ देंगे।
प्रेमी की सुहागन बन जी न सकी, इसलिए मरने से पूर्व किया श्रंगार
सोमवार सुबह पुलिस को सूचना मिली कि युवक-युवती एख साथ फांसी पर झूल गए हैं। पहचान होने के बाद प्रारंभिक जांच में पुलिस ने पाया कि आत्महत्या से पूर्व युवती ने दुल्हन की तरह श्रंगार किया था। पूछताछ में ग्रामीणों ने पुलिस को दोनों के प्रेम-संबंधों के विषय में बताया।