ग्वालियर, 03 मई। शहर के बिरला चिकित्सालय एवं शोध संस्थान में कार्यरत एक चिकित्सक को मोबाइल फोन पर जान से मारने की धमकी दी गई है। फोन करने वाले ने अपना नाम रुद्र प्रताप सिंह भदौरिया बताते हुए खुद को बजरंग दल का नेता बताया। उसने सूरजभान सिंह तोमर की किडनी की शल्य-क्रिया कर पथरी निकालने वाले डॉक्टर दीपांशु शर्मा को धमकी दी कि मरीज मरा तो उसे भी मरना होगा।
धमकी देने वाले की गिरफ्तारी तक डॉक्टर ने मांगी पुलिस सुरक्षा
बीआईएमआर के डॉ.दीपांशु शर्मा ने थाना गोला का मंदिर पुलिस थाने में मोबाइल-फोन वार्तालाप की मुद्रित ध्वनि-अंश प्रस्तुत करते हुए पुलिस को आवेदन दिया है। डॉ.दीपांशु ने आरोपी को गिरफ्तार किए जाने की मांग करते हुए सुरक्षा की मांग की है। पुलिस ने मामले की गंभीरता देखते हुए डॉक्टर को धमकाने वाले रुद्र प्रताप सिंह भदौरिया के विरुद्ध प्राथमिकी पंजीबद्ध कर ली है।
धमकाने वाले का आरोप–र् 2 लाख फिर भी रोगी को आराम नहीं, पैसे वापस करो
सूरजभान तोमर की किडनी की शल्य-चिकित्सा के संबंध में डॉ.दीपांशु शर्मा को धमकाने वाले रुद्र प्रताप के अनुसार सूरजभान के इलाज पर र्-दो लाख से भी अधिक व्यय हुआ है। किडनी से पथरी निकालने वाले डॉ.दीपांशु ने धमकाने वाले को बताया कि किडनी से पथरी निकाली गई है इसतथ्य की पुष्टि कराई जा सकती है। किंतु, रुद्र प्रताप सिंह भदौरिया सब कुछ समझाने के पश्चात भी डॉ.दीपांशु को धमकाता रहा। उसने रुग्ण को आराम नहीं मिलने पर दुख व आक्रोश प्रकट करते हुए चिकित्सा पर व्यय संपूर्ण धन राशि वापस मांगी। साथ ही शेष चिकित्सा भी निःशुल्क किए जाने का आश्वासन भी मांगा।
उपचार बिरला चिकित्सा संस्थान ने किए, उन्हीं से करो शिकायत–डॉ.दीपांशु
डॉ.दीपांशु के अनुसार उन्होंने व्यक्तिगत तौर पर सूरजभान तोमर का इलाज नहीं किया है। वह बिरला चिकित्सालय में भर्ती हुआ था। बिरला संस्थान का वृत्तिक-कार्मिक होने के कारण वरिष्ठ प्रबंधन के निर्देश पर सूरजभान की शल्य-चिकित्सा की थी। सूरजभान अथवा उसके संबंधियों को कोई समस्या है तो उन्हें चिकित्सालय प्रबंधन से संपर्क करना चाहिए। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने भी घटना को लेकर कड़ी आपत्ति प्रकट की है। पुलिस ने आरोपी की तलाश प्रांरभ कर दी है, साथ ही डॉ.दीपांशु को सुरक्षा प्रदाना कर दी गई है।