ग्वालियर, 29 मार्च। ग्वालियर नगर निगम प्रशासन पहली बार व्यक्तिगत उपभोक्ताओं के साथ ही बड़े सरकारी बकायादारों से भी जलकर वसूली में सख्ती से जुट गया है। लाखों के जलकर बकायादार की भैंसें निगम की गौशाला में भिजवाकर नागरिकों को स्पष्ट संदेश दिया। अब नगर निगम प्रशासन संस्थागत बकायादारों से भी बकाया वसूली में जुट गया है। सरकारी अमलों पर भी भारी जलकर बकाया है और नगर निगम ने अंचल के सबसे बड़े और पुराने गजराराजा मेडिकल कॉलेज और उससे जुड़े जयारोग्य चिकित्सा समूह को भी लगभग चार करोड़ रुपए के जलकर बकाया को जमा कराने का नोटिस भेजा है।
GRMC व JAH को चेतावनी–जलकर जमा नहीं कराए तो होगी कुर्की
नगर निगम प्रशासन की सख्ती से वसूली बढ़ी है। नगर निगम की आय में वृद्धि की जा सके, इसलिए नगर निगम ने GRMC ( गजराराजा मेडिकल कॉलेज) और अंचल के सबसे बड़े अस्पताल समूह जयारोग्य हॉस्पिटल को जलकर की बकाया राशि भुगतान के लिए कुर्की का नोटिस थमाया है। ज्ञातव्य है कि मेडिकल कॉलेज पर डेढ़ करोड़ और जयारोग्य अस्पताल पर लगभग ढाई करोड रुपए का जलकर बकाया है।
अपने करों की वसूली में सख्ती बरत रहे नगर निगम प्रशासन ने इससे पूर्व बकाया राशि की वसूली के लिए कई बार अस्पताल प्रबंधन को नोटिस जारी किए, किंतु अस्पताल प्रबंधन जलकर जमा नहीं कराया। परिणाम स्वरूप इस बार नगर निगम प्रशासन ने मेडिकल कॉलेज के डीन और जयारोग्य के अधीक्षक के विरुद्ध कुर्की वारंट जारी कर दिए हैं। नोटिस में कहा गया है कि जलकर की बकाया राशि जमा नहीं कराए जाने पर सरकारी वाहनों औऱ दूसरी कार्यालयीन संपत्ति को कुर्क कर राशि वसूली जाएगी।
निगामायुक्त–कर जमा नहीं होंगे तो कैसे होगा शहर का विकास?
निगमायुक्त किशोर कन्याल ने स्पष्ट किया है कि व्यक्तिगत हो, सरकारी हो या कोई संस्थागत उपभोक्ता, सभी को समय पर जलकर सहित अन्य करों का भुगतान करना होगा तभी शहर का विकास हो सकेगा। ज्ञातव्य है कि इससे पूर्व जीवाजी यूनिवर्सिटी और ग्वालियर विकास प्राधिकरण को भी नगर निगम नोटिस थमा चुका है।