मजीठा/अमृतसर, 06 मार्च। सीमा सुरक्षा बल के खासा मुख्यालय में रविवार सुबह ड्यूटी से नाराज चल रहे एक जवान ने अपने ही साथियों पर गोलियों की बौछार कर दी। गोलीबारी में चार जवानों की तत्काल मृत्यु हो गई। साथियों पर गोलीबारी के बाद आक्रमणकारी कॉन्स्टेबल ने खुद को भी गोली मार ली। गोलीबारी में आक्रमणकारी समेत पांच जवानों की मृत्यु हो गई, जबकि आधा दर्जन घायल हो गए। घायलों में से एक राहुल की स्थिति गंभीर बनी हुई है।
सीमा सुरक्षा बल सूत्रों के अनुसार अमृतसर से करीब 13 किलोमीटर दूर स्थित खासा मुख्यालय में बल की 144-बटालियन तैनात है। सीमा पर तैनाती के विवाद पर कांस्टेबल सत्यप्पा एसके अपने अधिकारियों के साथ नाराज चल रहा था। रविवार सुबह मेस स्वल्पाहार ले रहे साथी जवानों पर में सत्यप्पा ने अपनी सर्विस राइफल से पर अंधाधुंध गोलीबारी कर चार साथियों को मार डाला। इसके बाद उसने खुद को भी गोली मार ली, परिणाम स्वरुप स्वयं सत्यप्पा समेत पांच जवानों की तत्काल मृत्यु हो गई। गोलीबारी में आधा दर्जन जवान घायल हो गए, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भेजा गया। उपचाराधीन जवानों में से एक की स्थिति गंभीर बनी हुई है।
गोलीबारी की घटना से मुख्यालय परिसर में हड़कंप मच गया। साथियों को मौत के घाट उतारने पर भी सत्यप्पा का मन नहीं माना वह अपनी सर्विस कम्बाइन लेकर मेस से बाहर भागा और लगातार गोलियां चलाता गया। अंत में पकड़े जाने के डर से सत्यप्पा ने खुद को भी गोली मार ली। चार जवानों की मौत घटनास्थल पर ही हो गई, जबकि कॉन्स्टेबल सत्यप्पा और अन्य घायल जवान को आनन-फानन में अस्पताल ले जाया गया। सत्यप्पा ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। गुरु नानक देव अस्पताल में डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
जो सामने आया उसे भूनता गया सत्यप्पा, घायल जवान की मां रो-रो कर बेसुध
घायल जवान राहुल की मां उमा देवी के आंसू थम ही नहीं रहे हैं। उमा देवी ने बताया–सत्यप्पा हर जगह पागलों की तरह फायरिंग कर रहा था, जो भी उसके सामने आया, उसको भूनता गया। मेरे बेटे राहुल को भी गोलियां लग गईं।
मौके पर मृतक जवानों के परिजन और सीमा सुरक्षा बल के वरिष्ठ अधिकारी पहुंच गए। बल के वरिष्ठ अधिकारी इस मामले में चुप्पी साधे हुए हैं। आईजी बॉर्डर आसिफ जलाल गुरु नानक देव हस्पताल में घायल जवान निहाल सिंह और राहुल की कुशल-मंगल जानने के लिए पहुंचे। आईजी ने कहा-कोई आपसी रंजिश या गुटबाजी नहीं है। मामले की विवेचना जारी है, जो घायल हुए हैं, उनकी स्थिति खतरे से बाहर है। गंभीर बने हुए राहुल को आईजी के दौरे के बाद राहुल को गुरु नानकदेव अस्पताल से निजी अस्पताल IVY में शिफ्ट किया गया।