ग्वालियर, 08 फरवरी। उपनगर मुरार के बंशी पुरा क्षेत्र में एक अधेड़ किसान ने खुद को गोली से उड़ा लिया। किसान नरेंद्र सिंह राजपूत अपने कमरे में अकेला ही सो रहा था जबकि पास के ही कमरे में पत्नी और 3 बच्चे भी सो रहे थे। पड़ोस में हो रहे विवाह समारोह के डीजे की आवाज में आत्महत्या के लिए दागी गई गोली की आवाज दब गई और पूरा परिवार निश्चिंत सोता रहा। सुबह सात  बजे पिता मृतक नरेंद्र सिंह राजपूत को जगाने पहुंचे तो बेटे की स्थिति देख होश को बैठे। पुलिस ने मर्ग कायम कर विवेचना शुरू कर दी है। पुलिस सूत्रों के अनुसार मृतक नरेंद्र सिंह की उम्र 55 साल से अधिक थी, किंतु वह खुशहाल थे, इसलिए आत्महत्या के कारणों का अनुमान नहीं लगाया जा सकता। सुबह जल्दी उठने वाला जागा नहीं तो जगाने पहुंचे पिता, बेटे को लहूलुहना देख खो बैठे होश….

मृतक नरेंद्र सिंह सुबह जल्दी उठ जाते थे, किंतु मंगलवार सुबह सात बजे तक बेटे को जागा हुआ न पाकर पिता कृपाराम उसे जगाने कमरे तक चले गए। अंदर का नजारा देख उनके होश उड़ गए, कमरे में बेटा नरेंद्र खून से लथपथ अपने बिस्तर पर पड़ा हुआ था। कृपाराम ने बड़े बेटे कोमल सिंह को बुलाया, दोनों ने देखा कि नरेंद्र ने अपने गले में बंदूक का अड़ा कर खुद को गोली मारी है। लायसेंसी माउजर की गोली ने सिर के ऊपर से आधा हिस्सा उड़ा दिया। तत्काल पुलिस को सूचना दी गई, पुलिस के विवेचना दल को घर में कोई सुसाइड नोट नहीं मिला। प्रारंभिक पूछताछ में परिजन ऐसी किसी परेशानी से भी अनभिज्ञता जता रहे हैं जो नरेंद्र सिंह की आत्महत्या कारण हो। पुलिस दल मृतक के मोबाइल और दूसरे तथ्यों के आधार पर विवेचना को आगे बढ़ा रहा है।

पुलिस को आशंका, पारवारिक हो सकता है आत्महत्या का कारण

परिजन व पुलिस वाले हैरान हैं कि खुशहाल किसान नरेंद्र सिंह राजपूत ने आखिर खुदकुशी क्यों की। पुलिस का अनुमान है खुदकुशी का कारण पारिवारिक ही हो सकता है, क्योंकि नरेंद्र सिंह की किसी से दुश्मनी अथवा उन्हें किसी तरह की परेशानी नहीं थी।

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