शिवपुरी, 04 फरवरी। जिले से सटे बदरवास कस्बे के एक कियोस्क संचालक के घर में गुरुवार रात घुसे लुटेरों ने कट्टे की नोक पर 45 लाख रुपए लूट लिए। बदमाशों ने गृह-स्वामिनी के निर्वस्त्र फोटो-वीडियो भी अभिलेखित किए और धमकी दी की अगर लूट की शिकायत की तो इन्हें वायरल कर देंगे। वारदात को अंजाम देने के बाद लुटेरे कियोस्क में से CCTV से जुड़े कंप्यूटर की हार्ड-डिस्क भी खींच ले गए। लुटेरों ने संचालक को शिकायत करने पर बेटे की हत्या की भी धमकी दी। बदमाशों के जाने के बाद रात भर डर कर चुप बैठे रहे परिवार ने शुक्रवार को हिम्मत जुटाकर पुलिस को लूट की शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मामली दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी है। हालांकि समाचार लिखे जाने तक लुटेरों का कोई सुराग नहीं मिल सका है। मंकी कैप पहने बदमाशों ने कट्टे की नोक पर परिवार को बनाया बंधक, 45 लाख लूट हुए फ़रार…
शिवपुरी जिले के बदरवास में कियोस्क संचालक विजय सिंघल हाईवे के किनारे ही घर है। नीचे की मंजिल पर कियोस्क और प्राइवेट बैंक का ATM संचालित होता है, जबकि ऊपर बने आवास में विजय सिंघल का परिवार रहता है। परिवार में पत्नी और दो बेटों के साथ विजय सिंघल रहते हैं। एटीएम बूथ के पीछे लगे दरवाजे से ही विजय के घर में ऊपर जाने का रास्ता है। गुरुवीर देर रात विजय के माबाइल पर किसे ने कॉल किया और कहा–ATM में पैसे फंस गए हैं, कृपया मदद के लिए आ जाओ। विजय खाना खा रहे थे, खाना समाप्त कर वह नीचे गए। बूथ में प्रवेश के लिए दरवाजा खोलते ही तीन नकाबपोश बदमाशों ने उन्हें पकड़ कर कनपटी पर कट्टे की नाल रख दी। विजय को लेकर ऊपर घर में पहुंचे बदमाशों में से दो ने पत्नी पूजा और दोनों बेटों हार्दिक और युग को कब्जे में ले उनके मुंह पर टेप चिपका दिया और सबके हाथ भी बांध दिए। इसके बाद लुटेरों ने मारपीट करते हुए अलमारी की चाबी छीनी और उसमें रखी 45 लाख रुपए की नगदी समेट फ़रार हो गए।
पत्नी को निर्वस्त्र कर वीडियो-फोटो किए रिकार्ड
सबके हाथ पैर बांधने के बाद विजय की पत्नी पूजा को बदमाश अलग कमरे में ले गए और सभी कपड़े उतार कर वीडियो व फोटो अभिलेखित कर लिए। जाते-जाते लुटेरों ने पूजा व विजय को धमकी दी कि पुलिस को सूचना देने पर पूजा के वीडियो-फोटो वायरल कर देंगे। बदमाशों ने विजय को शिकायत करने पर बेटों की हत्या की धमकी भी दी।
बड़े बेटे का टेप ढीला हुआ तो सभी हुए आजाद
बदमाशों ने फ़रार होने से पूर्व सुनिश्चित किया कि सभी के हाथ बंधे हैं या नहीं। कुछ देर बाद विजय के बेटे युग के हाथों और चेहरे का टेप ढीला हो गया। उसने किसी तरह पिता विजय के हाथ का टेप निकाला और सभी ने एक-दूसरे को मुक्त किया। शुक्रवार सुबह सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। विजय ने पुलिस को बताया कि लुटेरे मंकी कैप पहने हुए थे, साथ ही मुंह पर मास्क भी लगा हुआ था। इसलिए उन्हें पहचान नहीं सके। तीन लुटेरों में से दो के कट्टे थे।
कियोस्क कलेक्शन, ATM के लिए और भूखण्ड क्रय के लिए रखी थी नगदी
विजय सिंघलने बताया कि कियोस्क के ग्राहकों से उनके पास प्रतिदिन नगदी एकत्रित होती है, ATM में डालने का काम भी वही करते हैं। इस कारण घर में अधिकतर नगदी बनी रहती है। साथ ही विजय ने हाल ही में एक भूखण्ड क्रय के लिए सौदा भी किया था, उसके लिए भी बैंक से पांच लाख रुपए निकाले थे। इस तरह घर में लगभग 45 लाख रुपए की नगदी रखी हुई थी।
लुटेरों को सब मालूम था, तकनीकी जानकार भी थे, ले गए CCTV की DVR
लुटेरे विजय उनके कारोबार, भूखण्ड सौदे और परिवार व मकान के भूगोल के बारे में सब कुछ जानते थे। वारदात को अंजाम देने के लिए रणनीति के साथ आए थे। इसलिए उन्होंने नगदी लूटी और सीसीटीवी की डीवीआर निकाल ले गए। लुटेरे पुलिस के लिए न पहचान छोड़ गए न दूसरा कोई पुख्ता सुराग।
पुलिस के पास विवेचना के लिए लुटेरों का मोबाइल विवरण ही सहारा
पुलिस सूत्रों की मानें तो इस घटना के सामने आने के बाद पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने रात को ही साइबर सेल को सक्रिय कर दिया। पुलिस अब यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि वह नंबर किसका है, जिससे विजय को कॉल किया गया था। पुलिस मोबाइल की लोकेशन वारदात के दौरान सक्रिय मोबाइल्स व वारदात के बाद एक साथ वहां की संचार डॉवर की पहुंच से बाहर हुए मोबाइल्स के विवरण खंगालने की तैयारी में है। इसके अलावा पुलिस कस्बे के सभी CCTV फुटेज भी खंगालने में जुटी है, शायद कहीं किसी कैमरे में आरोपियों की एक झलक मिल सके।
व्यापारियों ने विरोध स्वरूप बाजार किए बंद
कियोस्क संचालक विजय सिंघल के साथ हुई लूट के विरोध में शुक्रवार को बदरवास के बाजार बंद रखे गए। लुटेरों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग कर रहे व्यापारियों ने चिंता जताई है कि घर में घुस कर भरे बाजार में लूट हुई है, अब भला कहां सुरक्षित महसूस करें?