जिले में 1,788 डेंगू के मरीज, अब तक 6 की हो चुकी है मृत्यु

ग्वालियर, 07 नवंबर। शहर के शिवपुरी लिंक रोड पर स्थित एक निजी नर्सिंग होम में भर्ती श्योपुर जिले के नायब तहसीलदार शिवराज मीणा का डेंगू की बीमारी के चलते दुखद निधन हो गया। मूलतः मुरैना के कैलारस में बधरेटा गांव के निवासी शिवराज मीणा का नायब-तहसीलदार के पद पर चयन लगभग चार वर्ष पूर्व ही हुआ था। रुघुनाथपुर में उनकी दूसरी पदस्थापना थी। वहीं विगत सप्ताह उन्हें तेज बुखार आया था। दीपावली से एक दिन पूर्व उन्हें शिवपुरी लिंक रोड स्थित लिंक-हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। डेंगू की पुष्टि होने के तक उनके प्लेटलेट बहुत कम रह गए थे, प्रयासों के बाद भी उन्हें बढ़ाया नहीं जा सका।

प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार शनिवार को नायब तहसीलदार शिवराज मीणा को ‘ए’+ रक्त की शनिवार को जरूरत थी। समय रहते उन्हें रक्त नहीं मिल सका परिणामस्वरूप रविवार सुबह उनका निधन हो गया। स्वर्गीय मीणा श्योपुर, बड़ौदा और कराहल के प्रभारी तहसीलदार भी रह चुके हैं। वर्तमान में वह वीरपुर तहसील की उप-तहसील रघुनाथपुर में अपनी सेवाएं दे रहे थे। मीणा के निधन पर प्रशासनिक गलियारे में शोक की लहर है।

ग्वालियर में 1,788 हुए डेंगू के मरीज

महानगर में डेंगू का प्रकोप कम होने का नाम ही नहीं ले रहा है। जिला अस्पताल में शनिवार को डेंगू के 58 संदिग्ध मरीजों के सैंपल्स में 26 लोगों को डेंगू होने की पुष्टि की गई है। विगत दिनों अवकाश होने के कारण गजराराजा मेडिकल कॉलेज के माइक्रो बायोलॉजी विभाग में सैंपल नहीं आए थे, इसलिए शनिवार को जिला अस्पताल में डेंगू की जांच की गई। ग्वालियर के 26 मरीजों में से 18 मरीज 18 साल से कम उम्र के किशोर हैं। अब तक डेंगू के 1,788 मरीज मिल चुके हैं, इनमें से 6 की मृत्यु हो चुकी है।

ज्ञातव्य है कि विगत दो सप्ताह से जंबो प्लेटलेट बैग नहीं मिल रहा है। मरीजों को पीआरपी जयारोग्य चिकित्सालय व रेडक्रॉस सोसायटी की ब्लड-बैंक में दो सप्ताह से जंबो प्लेटलेट के बैग नहीं मिल पा रहे हैं। परिणामतः अटेंडेंट्स को ब्लड-बैंक्स और अस्पतालों के चक्कर काटने पड़ रहे हैं।

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