ग्वालियर, 23 अक्टूबर। शहर में गुरुवार को मुरैना रोड़ पर ABIIITM के पास एक  महिला का शव मिला था। शुक्रवार रात उसकी पहचान एक कॉलगर्ल के तौर पर हुई। उसके कॉल विवरण खंगालने पर हत्या का षड़यंत्र प्रकट हो गया। पुलिस के अनुसार कॉलगर्ल की बलि दी गई थी, ताकि 18 साल से बच्चे की उम्मीद पाले बैठे एक दंपत्ति की इच्छा पूरी हो सके। पुलिस ने बलि का परामर्श देने वाले तांत्रिक समेत पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। बॉलीवुड मूवी देख बनाई बलि की योजना, पकड़े न जाएं इसलिए कॉलगर्ल बुलाकर दे दी बलि….

प्रारंभिक पूछताछ में आरोपियों ने बताया है कि बलि के लिए कॉलगर्ल का चुनाव बॉलीवुड की मर्डर-2 फिल्म देख कर किया गया था। विवाह के 18 वर्ष बाद भी बेटू भदौरिया की पत्नी ममता मां नहीं बन सकी थी। बच्चे के लिए दंपत्ति ने डाक्टर्स, हक़ीम मंदिर तांत्रिक सब का सहारा लिया था, लेकिन असफल रहे थे। आरोपी बेटू भदौरिया ने बहन और उसके बॉयफ्रेंड के साथ मिलकर एक तांत्रिक के इशारे पर कॉलगर्ल की हत्या की थी।

बलि के लिए कॉलगर्ल को बुलाने का विचार नीरज परमार को बॉलीवुड की चर्चित फिल्म मर्डर-2 से मिला था। आरोपियों ने इस फिल की तरह ही बलि के लिए कॉलगर्ल बुलाया। फिल्म से ज्ञान मिला था कि कॉलगर्ल का कोई रिश्तेदार नहीं होता इसलिए मृत्यु के बाद पुलिस की छानबीन बहुत आगे तक नहीं पहुंच पाती है। किंतु, कॉलगर्ल की कॉल डिटेल और CCTV फुटेज में आरोपियों की बाइक का आना विवेचना के लिए बड़ा संकेत दे गया।

विवाह के 18 वर्ष बाद भी नहीं हुई संतान, बहन व उसके प्रेमी की मदद से रचा बलि का षड़यंत्र

बच्चे की चाह में बेटू और ममता भदौरिया तांत्रिक के जाल में फंस गए। हजीरा निवासी तांत्रिक गिरवर यादव ने कहा था कि एक जीवन देने के लिए एक जीवन लेना पड़ेगा। इसलिए बेटू औऱ नीरज ने हत्या का षड़यंत्र रचा। नीरज ने फिल्म की प्रेरणा से पति से अलग होकर एक ऑटो-रिक्शॉ चालक के साथ लिव-इन में रह रही आरती उर्फ लक्ष्मी मिश्रा को 10 हजार रुपए में एक रात के लिए बुक किया। कॉल गर्ल की तलाश बेटू की बहन और नीरज परमार की गर्लफ्रैंड मीरा को सौंपी गई। एक रात में 10 हजार रुपए के लालच में लक्ष्मी तैयार हो गई। नीरज उसे लेकर आया, उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए और गला घोंट कर बेटू भदौरिया की सहायता से हत्या कर दी।

तांत्रिक को दिखाने ले जा रहे थे शव, सड़क पर गिरा तो घबराकर भागे

कॉलगर्ल की हत्या कर आरोपी बेटू की बहन मीरा और उसका बॉयफ्रेंड नीरज तांत्रिक के निर्देशानुसार शव उसे दिखाने बाइक पर बीच में बैठा कर ले जा रहे थे, लेकिन वाहनों की चकाचौंध में संतुलन बिगड़ा औऱ लक्ष्मी का शव नीचे गिर गया। घबराहट में दोनों शव को सड़क पर ही पड़ा छोड़कर फ़रार हो गए।

पुलिस ने बेटू-ममता, नीरज-मीरा के साथ ही तांत्रिक गिरवर यादव को भी गिरफ्तार कर लिया है। तांत्रिक के निर्देश पर आरोपियों ने शरद पूर्णिमा पर लक्ष्मी के साथ रेप कर उसकी बलि दे दी थी।

गुरुवार को मिला था शव, पहचान हुई-कॉल विवरण मिले खुल गया रहस्य
ज्ञातव्य है कि ग्वालियर में गुरुवार को हजीरा के ABIIITM के पास मुरैना रोड़ पर महिला का शव सड़क किनारे पड़ा मिला था। उसकी गर्दन पर गला दबाने और कसने के निशान थे, उसके साथ शारीरिक संबंध भी बनाए गए थे। महिला की पहचान हजीरा निवासी 40 वर्षीय आरती उर्फ लक्ष्मी मिश्रा के रूप में हुई थी। लक्ष्मी को 12 वर्ष पूर्व पति ने चाल-चलन ठीक न होने का आरोप लगा कर तलाक दे दिया था। लक्ष्मी वर्तमान में आरती नाम से एक ऑटो-रिक्शॉ चालक के साथ लिव-इन में रह रही थी। कॉल डिटेल खंगालने पर उसके कॉलगर्ल होने का रहस्य उजागर हो गया।

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