ख़बर ख़बरों की डेस्क, 12 सितंबर। भारत ने टोक्यो पैरालिंपिक में ऐतिहासिक प्रदर्शन करते हुए 19 मेडल जीते। इनमें 5 गोल्ड, 8 सिल्वर और 6 ब्रॉन्ज मेडल शामिल रहे। यह किसी भी पैरालिंपिक में भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खिलाड़ियों से मुलाकात की। दिव्य प्रदर्शन करने वाले दिव्यांगों का उत्साह बढ़ाते हुए कहा­-आपने किसी व्यक्ति या देश को नहीं, हार की मानसिकता को हरा दिया। प्रधानमंत्री की इस मुलाकात की वीडियो रविवार को जारी किया गया।

पैरालंपिक टोक्यो में परचम लहरा कर लौटे दिव्य दिव्यांगों से मिलकर मोदी ने कहा कि आपने ने टोक्यो में बेहतरीन प्रदर्शन ही नहीं किया जापान में भारत की प्रतिष्ठा बढ़ाई। हमारे खिलाड़ियों की आगे भी अच्छा प्रदर्शन रहे इसके लिए हर संभव उपाय किए जाएंगे।

PM से मिलकर गौरवान्वित हुए भारतीय पैराएथलीट
प्रधानमंत्री से मिलने वाले सभी खिलाड़ियों ने कहा कि यह उनके लिए गौरव का पल है। खिलाड़ियों ने कहा कि सब उन्हें पहले विकलांग बोलते थे। प्रधानमंत्री ने उन्हें दिव्यांग कहकर उनके सम्मान बढ़ा दिया। पैरालिंपिक के दौरान दूसरे देशों के एथलीट हैरत में थे कि भारत के प्रधानमंत्री अपने एथलीटों से बात करते हैं और उनका उत्साह बढ़ाते हैं। सम्मान समारोह में वैसे एथलीट भी पहुंचे थे जो टोक्यो में मेडल नहीं जीत पाए। प्रधानमंत्री ने उनसे कहा कि यह बात दिल से निकाल दीजिए कि आप मेडल नहीं जीत पाए। आपने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया और देश के लिए यह भी गौरव की बात है।

जब तक मेडल नहीं मिलेगा, कोशिश जारी रहेगी
संवाद के दौरान एक खिलाड़ी ने पीएम मोदी से कहा- मेडल न जीत पाने का अफसोस है, लेकिन इस हार ने हमें और मजबूत बना दिया है। हम अगली बार फिर से जीतने के लिए जी जान लगा देंगे। जब तक मेडल मिलेगा नहीं, तबतक कोशिश करना नहीं छोड़ेंगे। प्रधानमंत्री ने खेल में हारने वाले खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाते हुए कहा कि हमारी सबसे बड़ी ताकत हार कर जीतना होता है। इसलिए हार से कभी मनोबल को कम करने की जरूरत नहीं है। दिव्यांग खिलाड़ियों पर बात करते हुए पीएम ने कहा कि उन्हें कोचिंग कराना ज्यादा मुश्किल है, क्योंकि उनकी शारीरिक क्षमता ही नहीं बल्कि वो मानसिक तौर पर भी आम खिलाड़ी से अलग हैं और उन्हें समझना पड़ता है। उन्होंने कहा कि ऐसे खिलाड़ियों के लिए वर्कशॉप आयोजित किया जाना चाहिए।

इससे पहले कुल 12 के मुकाबले इस बार 19 पदक, सभी रंग के पदकों का भी बना रिकार्ड

टोक्यो पैरालिंपिक से पहले 53 साल में 11 पैरालिंपिक्स में 12 मेडल आए थे। 1960 से पैरालिंपिक हो रहा है। भारत 1968 से पैरालिंपिक में भाग ले रहा है। वहीं 1976 और 1980 में भारत ने भाग नहीं लिया था। भारत ने इस बार सभी तरह के मेडल जीतने का भी रिकॉर्ड कायम कर दिया। इस बार भारत के नाम 5 गोल्ड रहे। इससे पहले भारत किसी भी पैरालिंपिक गेम्स में 2 से ज्यादा गोल्ड नहीं जीत पाया था। इसी तरह भारत ने टोक्यो में 8 सिल्वर जीते। भारत ने इससे पहले कुल मिलाकर 4 सिल्वर जीते थे। एक पैरालिंपिक में इससे पहले कभी 2 से ज्यादा सिल्वर नहीं आए थे। इस बार 6 कांस्य पदक जीते जो इससे पहले कुल 4 ही थे। किसी एक पैरालिंपिक में 2 से अधिक कांस्य पदक नहीं मिले थे।

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