



ग्वालियर, 08 अगस्त। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ग्वालियर-चंबल संभाग में बाढ़ के बाद बिगड़े हालात का जायज़ा लेने रविवार सुबह अशोकनगर और गुना पहुंचे। अशोकनगर व गुना में सबसे पहले उन्होंने पूरे क्षेत्र का हवाई सर्वे किया। इसके बाद अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों की बैठक ली। इस दौरान केंद्रीय मंत्री ने कहा कि एक-एक प्रभावित को मदद मिलेगी। इस दौरान संवाद माध्यमों से चर्चा के दौरान उन्होंने दो दिन पूर्व कमलनाथ के तंज का जवाब भी दिया। कमलनाथ ने 15 महीने में जो कुछ भी किया उसे सब जानते हैं, हम हवा नहीं जमीन पर उतरकर काम करते हैं….
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का सर्वेक्षण करने और प्रभावितों से चर्चा के बाद केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने संवाद माध्यमों से भी चर्चा की। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के तंज पर सवाल किया गया तो पलटवार करते हुए सिंधिया ने चुटकी लेते हुए कहा–कमलनाथ जी हवा में रहकर जनता की सेवा नहीं की जाती, उसके लिए जमीन पर ही उतरना पड़ता है। गौरतलब है कि पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ ने भी बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई दौरा किया था। इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को सिर्फ घोषणा करने वाला क़रार देते हुए पूछा था कि कह तो गए हैं, लेकिन मदद कब तक करोगे यह भी बताओ। इस पर केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने कहा कि कमलनाथ ने 15 महीने में क्या किया सभी जानते हैं।
सड़क-पुलों के नुकसान की भरपाई के लिए राज्य-केंद्र को करना होगा सहयोग
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने गुना और अशोकनगर के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया। इसके बाद उन्होंने रेस्ट हाउस में जनप्रतिनिधियों और आम लोगों से मुलाकात की। बाद में संवाद माध्यमों से चर्चा की। उन्होंने कहा कि इस आपदा में हर क्षेत्र में नुकसान हुआ है, उनके कार्यकाल में बनाए गए ग्वालियर-इंदौर नेशनल हाईवे पर भी कई जगह टूट-फूट हुई है। इसके लिए उन्होंने केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को पत्र लिखकर सड़कों के पुनर्निर्माण का आग्रह किया है। उन्होंने यह भी कहा कि बाढ़ के कारण सड़क एवं पुल कई जिलों में क्षतिग्रस्त हुए हैं, इन्हें चिन्हित करते केंद्र और राज्य सरकार दोबारा बनाएगी। लेकिन, हमें यह वर्गीकृत करना होगा कि किन सड़कों का निर्माण केंद्र को करना है और किन सड़कों अथवा पुलों का निर्माण प्रदेश सरकार को करना है। वे निरंतर इसके लिए केंद्र और राज्य के मंत्रियों के संपर्क में है।
केंद्रीय मंत्री सिधिंया ने गुना में कलेक्टर और एसपी को आदेश दिया है कि ग्रामीण क्षेत्र में ग्राम पंचायत स्तर पर और शहरी क्षेत्र में वार्ड स्तर पर सूचनाएं नीचे से उन तक आएं और लोगों को जल्द से जल्द कैसे राहत मिले इसके लिए कार्य होने चाहिए। उन्होंने कहा कि बाढ़ के पानी के कारण कई स्थानों पर भूमिगत जल प्रदूषित हो गया है और हेडपंप में मटमैला पानी आ रहा है, इसलिए खाद्य सामग्री के साथ ही शुद्ध पेयजल भी उपलब्ध कराना हमारी प्राथमिकता है। केंद्रीय मंत्री सिंधिया के साथ स्थानीय सांसद केपी यादव, गुना-अशोकनगर के प्रभारी मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर समेत बीजेपी के जिला अध्यक्ष और अन्य पदाधिकारी बड़ी संख्या में मौजूद रहे।