ग्वालियर, 18 जून। मध्यप्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने स्वीकार किया है कि बिजली कंपनी के अफसरों और मैदानी अमले में पारस्परिक समन्वय के अभाव की वजह से आपूर्ति तंत्र के संधारण में चुस्ती नजर नहीं आ रही है। अपनी अनुकरणीय कार्यशैली से सुर्खियों में बने रहने वाले मंत्री प्रद्युम्न गुरुवार रात खुद सीढ़ी लगाकर ट्रांसफार्मर पर चढ़ गए और अपने हाथ से झाड़-झंखाड़ साफ किए। मंत्री ने यह काम बिजली कंपनी के अफसरों को चेतावनी देने के लिए किया। मंत्री राजधानी से आए और घर की बजाय सीधे पहुंच गए निरीक्षण के लिए….
गुरुवार की रात राजधानी भोपाल से ग्वालियर पहुंचे ऊर्जा मंत्री घर जाने से पहले सीधे जयारोग्य अस्पताल समूह के सुपर स्पेशलिटी में पहुंच गए। शुक्रवार की सुबह अचानक ऊर्जा मंत्री मोतीझील स्थित बिजली कंपनी के मुख्यालय पहुंच गए। वहां उन्होंने अफसरों से शहर में आए दिन हो रही ट्रिपिंग की घटनाओं की वजह जानने की कोशिश की। अधिकारियों ने बढ़ते हुए उपभोक्ता दबाव और पशु-पक्षियों को ट्रिपिंग का मुख्य कारण बताया।
अधिकारियों ने बरगलाया तो मंत्री ने खुद बताया मैंटीनेंस ठीक नहीं, सबक सिखाने चढ़ गए ट्रांसफार्मर पर
मुख्यालय से निकल रहे प्रद्युम्न सिंह तोमर को मोतीझील के सामने लगे एक ट्रांसफार्मर चिड़िया के घोंसलों और पेड़ों की झांडि़यां दिखाई दीं। मुख्यालय की नाक के नीचे यह स्थिति देख मंत्री नाराज हो गए। सबक सिखाने के लिए उन्होंने पहले अधिकारियों को वहीं बुलाया, सीढ़ी मंगाई और उस पर चढ़ कर खुद ट्रांसफार्मर के घोंसले, झाड़-झंखाड़ साफ कर दिए। इसके बाद अफसरों को हिदायत दी की समय रहते मैंटेनेंस पूरे कर लें, क्योंकि वह प्रदेश भर में कहीं भी इसीतरह औचक निरीक्षण कर सकते हैं। मंत्री ने अधिकारियों को चेतावनी भी दी कि अब निरीक्षण के दौरान खामियां सामने आईं तो किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। जरूरत पड़ी तो प्रशासनिक सर्जरी भी की जाएगी।
अब कमी मिली तो अपने साथ अफसरों को भी चढ़ाएंगे सीढ़ी पर
ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न तोमर ने बताया कि उन्होंने बिजली की तीनों कंपनियों के साथ ही प्रमुख सचिव और प्रबंध महानिदेशक को भी निर्देशित किया है। यदि व आकस्मिक निरीक्षण में कहीं भी पेड़ पौधे अथवा पशु पक्षियों के घोसलों से ट्रिपिंग होती पाई गई तो अब वे खुद तो ट्रांसफार्मर पर चढेंगे ही अधिकारियों को भी ट्रांसफार्मर पर चढ़ा कर उनसे सफाई कराएंगे।