ग्वालियर, 26 फरवरी। ग्वालियर में कनफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स यानी कैट के आव्हान पर बुलाया गया बंद पूरी तरह से सफल रहा। शहर के प्रमुख व्यावसायिक केंद्रों महाराज बाड़ा, सराफा बाजार, लोहिया बाजार, दाल बाजार, डीडवाना ओली, सुभाष मार्केट, मोर बाजार और नया बाजार समेत सभी महत्वपूर्ण बाजारों में सन्नाटा छाया रहा। इस समय चल रहे ग्वालियर व्यापार मेला के कारोबारियों ने भी बंद को पूरा समर्थन देते हुए कारोबार बंद रखा।
शहर के प्रमुख बाजारों में थोक व खेरीज, किराना, ऑटोमोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक सेक्टर सहित सभी प्रमुख व्यवसायिक संस्थान बंद रहे। हालांकि अत्यावश्यक सेवाओं में सम्मिलित पेट्रोल पंप, मेडिकल स्टोर और डेयरी खुली रही। पब्लिक ट्रांसपोर्ट पर भी इस हड़ताल का कोई असर नहीं हुआ। खास बात यह कि यह बंद के लिए कोई जोर-जबरदस्ती नहीं की गई, बल्कि व्यापारियों ने स्वेच्छा से अपने कारोबार बंद रखे।
GST में विसंगतियां, चोरों की गलती का खामियाजा ईमानदार कारोबारियों को
वंद समर्थकों का कहना है कि गुड एंड सर्विस टैक्स यानी जीएसटी के गलत प्रावधानों की वजह से पूरा कारोबार चौपट होने की कगार पर आ गया है। टैक्स चोरों की गलती का खामियाजा पूरे व्यवसायी वर्ग को भुगतना पड़ रहा है। व्यापारियों ने जीएसटी को विसंगतिपूर्ण बताते हुए इसमें संशोधन की मांग की है।
ग्वालियर मेला कारोबारियों ने भी दिया समर्थन
ग्वालियर में इन दिनों व्यापार मेला का आयोजन हो रहा है, यहां वाहनों की खरीद पर रोड टैक्स में 50 फ़ीसदी की छूट के चलते जबर्दस्त कारोबार हो रहा है। साथ ही इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर में भी छूट की वजह से खरीदादरों का तांता लगा हुआ है। इसके बावजूद कारोबारियों ने कैट के समर्थन दोपहर 2 बजे तक कारोबार पूरी तरह बंद रखा।