नई दिल्ली, 24 फरवरी। केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने एलान किया कि एक मार्च से कोरोना वैक्सीनेशन का दूसरा चरण शुरू हो जाएगा। इस चरण के तहत 60 साल की उम्र के लोगों को वैक्सीन की डोज दी जाएगी। इसके अलावा 45 साल की उम्र वाले उन लोगों को भी वैक्सीन दी जाएगी, जिन्हें पहले से कोई बड़ी बीमारी है। 3-4 दिन में निजी अस्पतालों में वैक्सीनेशन फीस पर फैसला….
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि 10 हजार सरकारी और 20 हजार निजी केंद्रों पर लोगों को कोरोना की वैक्सीन दी जाएगी। केंद्रीय मंत्री ने आगे बताया कि सरकारी केंद्रों पर लोगों को मुफ्त में वैक्सीन की डोज दी जाएगी, लेकिन निजी केंद्र से वैक्सीन लगवाने के लिए भुगतान करना होगा। प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि अगले तीन-चार दिनों में स्वास्थ्य मंत्रालय वैक्सीन बनाने वाली कंपनी और अस्पतालों से विचार-विमर्श कर इस राशि पर फैसला लिया जाएगा।
मंगलवार तक 1.19 करोड़ से ज्यादा लोगों को लगा टीका
एक अस्थायी रिपोर्ट के अनुसार मंगलवार तक कुल 1,19,07,392 टीके की खुराक दी गई है। लाभार्थियों में पहली खुराक ले चुके 64,71,047 स्वास्थ्य कर्मी (एचसीडब्ल्यू), दूसरी खुराक लेने वाले 13,21,635 एचसीडब्ल्यू और कोविड-19 के खिलाफ अग्रिम मोर्चे पर तैनात 41,14,710 कर्मी (एफएलडब्ल्यू) शामिल हैं जिन्होंने पहली खुराक ली है। मंत्रालय ने कहा कि टीकाकरण अभियान के 39वें दिन शाम 6 बजे तक टीकाकरण की पहली खुराक से संबंधित प्रतिकूल असर के पांच मामले और टीके की दूसरी खुराक से संबंधित प्रतिकूल प्रभाव के तीन मामले सामने आए।
अंतिम रिपोर्ट के अनुसार टीके के कुल 1,19,07,392 लाभार्थियों में बिहार से 5,82,966, केरल से 4,68,145, कर्नाटक से 7,20,392, मध्य प्रदेश से 6,75,401, महाराष्ट्र से 10,03,706, दिल्ली से 3,41,283, गुजरात से 9 01,400, उत्तर प्रदेश से 12,26,775 और पश्चिम बंगाल से 7,60,539 शामिल हैं।
कुल वैक्सीनेशन में भारत 5वें स्थान पर
दुनियाभर के कई देशों, खासकर चीन ने पिछले साल जून में और रूस ने तो अगस्त में वैक्सीनेशन शुरू कर दिया था। वहीं, अमेरिका, ब्रिटेन समेत ज्यादातर देशों में दिसंबर में वैक्सीन लगनी शुरू हुई। भारत में 16 जनवरी को वैक्सीनेशन शुरू हुआ। इसके बाद भी तेजी पकड़ ली है। 22 फरवरी तक दुनियाभर में 21 करोड़ लोगों को वैक्सीनेट किया जा चुका है। सबसे ज्यादा अमेरिका में 6.41 करोड़ लोगों को वैक्सीन लगी है। इसके बाद चीन में 4.05 करोड़, यूरोपीय संघ में 2.7 करोड़, यूके में 1.8 करोड़ और फिर भारत में 1.19 करोड़ लोगों को वैक्सीन लग चुकी है।