लखनऊ, 20 फरवरी। समाजवादी पार्टी के संरक्षक और पूर्व सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव की बहू अपर्णा यादव ने अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए 11 लाख रुपये की समर्पण निधि सौंपी है। ‘मुलायम बहू’ अपर्णा यादव ने स्वेच्छ समर्पण बताया। इसके साथ ही अपर्णा ने 1990 में तत्कालीन मुख्यमंत्री और ससुर मुलायम सिंह यादव के कारसेवकों पर गोली चलवाने के फैसले को दुखद बताया और कहा कि अतीत के लिए भविष्य को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता।
अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण के लिए देशभर में करीब 1.5 लाख टोलियां धन संग्रह कर रही हैं। इसी सिलसिले में शुक्रवार को अवध प्रांत के प्रचारक कौशल और कार्यवाह प्रशांत भाटिया समाजवादी पार्टी के संस्थापक और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव के आवास पर पहुंचे थे। अपर्णा यादव ने प्रांत प्रचारक कौशल को राम मंदिर निर्माण के लिए 11 लाख रुपये समर्पित किए।
अपर्णा–कारसेवकों पर हुआ गोलीकांड दुखद, मैं परिवार की जिम्मेदारी नहीं ले सकती
राममंदिर निर्णाण के लिए समर्पण निधि प्रस्तुत करते हुए अपर्णा यादव ने बड़ा बयान दिया। उन्होंने मुलायम सिंह के मुख्यमंत्री रहते हुए अयोध्या में हुई गोलीकांड को दुखद बताया। अपर्णा ने मुलायम सिंह यादव द्वारा अयोध्या में कारसेवकों पर गोली चलवाने के आरोपों से जुड़े सवाल पर कहा कि उन्होंने पहले जो किया और जिन परिस्थितियों में जो कुछ भी हुआ, वो बहुत दुखद था। उस पर मैं कोई टिप्पणी नहीं करना चाहती। जो बीत गया वो आज में बदल नहीं सकता है। ज्ञातव्य है कि 1990 में मुख्यमंत्री रहने के दौरान मुलायम सिंह ने कारसेवकों पर गोली चलवाई थी, और हाल ही में अखिलेश ने राम मंदिर के लिए चंदा जुटाने वालों को चंदाजीवी कहा था। इस पर अपर्णा ने कहा, ‘नेताजी के समय क्या हुआ, इस पर मैं टिप्पणी करना चाहती। बीता समय कभी भी भविष्य की बराबरी नहीं कर सकता। हम वर्तमान और भविष्य हैं। मैं अपने परिवार द्वारा लिए फैसलों की जिम्मेदारी नहीं ले सकती। मेरा मानना है कि हमारी आने वाली पीढ़ियों को रामभक्त होना चाहिए।’ अपर्णा ने यह दावा भी किया कि हमारे पूर्वजों ने राम जन्मभूमि के लिए लड़ाई लड़ी। यह भी कहा कि भगवान राम हमारे देश का चरित्र निर्धारित करते हैं। हर भारतीय को जिम्मेदारी है कि वह खुद से आगे आकर जितना संभव हो, मंदिर के लिए उतना दान दे।