सीधी सर्किट हाउस में रात भर सो नहीं पाए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह, मच्छरों का आतंक तो कभी पानी की टंकी ओवर-फ्लो, इंजीनियर निलंबित

भोपाल, 19 फरवरी। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान सीधी में हुए बस हादसे के पीड़ितों का हाल जानने सीधी पहुंचे थे। दिनभर की थकान के बाद मुख्यमंत्री रात्रि विश्राम के लिए सर्किट हाउस पहुंचे, लेकिन वहां की लचर व्यवस्थाओं ने उनकी नींद में खलल डाल दिया। इस सर्किट हाउस इतना बेहाल था कि अतिविशिष्ट मेहमान के कमरे में भी मच्छरों ने आतंक मचा दिया। मुख्यमंत्री के भोपाल लौटते ही नींद में खलल का कारण बने इंजीनियर के निलंबन का आदेश जारी हो गया। माना जा रहा है कि इस मामले में सीधी के कलेक्टर और एसपी पर भी गाज गिर सकती है।

सीधी के सर्किट हाउस में बने अतविशिष्ट मेहमानों के कक्ष में मच्छरों के हल्लाबोल ने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की नींद हराम कर दी। शिवराज सिंह रातभर सो नहीं पाए। जैसे-तौसे आंख लगी तो सुबह चार बजे पानी की टंकी ओवरफ्लो हो गई। व्यवस्थाएं ऐसी की  मोटर बंद कराने के लिए खुद मुख्यमंत्री को उठकर जाना पड़ा। मुख्यमंत्री को पता चला कि मोटर बंद कराने का सिस्टम भी भगवान भरोसे ही है।

कभी मच्छरों का हल्ला तो कभी पानी ओवर-फ्लो का सोर, रात भर सो नहीं पाए मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह सीधी में हुए बस हादसे के पीड़ितों का हाल जानने 17 फरवरी को गए थे। सीधी के सर्किट हाउस में रात्रि विश्राम के दौरान उन्हें पूरी रात मच्छरों ने काटा। रात करीब ढाई बजे उनके कमरे में मच्छर मारने की दवा का छिड़काव किया गया। करीब साढ़े तीन बजे जैसे-तैसे उन्हें नींद आई तो सुबह 4 बजे टंकी से पानी के झरने फूट पड़े। पानी बहने की आवाज से मुख्यमंत्री की नींद फिर टूट गई। उन्हों उठकर खुद मोटर बंद कराई। मुख्यमंत्री को हुई इस परेशानी की जानकारी गुरुवार को मंत्रालय पहुंची तो 19 फरवरी को सीधी सर्किट हाउस के प्रभारी इंजीनियर बाबूलाल गुप्ता को निलंबित कर दिया गया।

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