ग्वालियर, 10 फरवरी। पिता को लगा कि बेटा हायर-सैकेंडरी की तैयारियों में मन नहीं लगा रहा है। बेटे के भविष्य के लिए उसे थोड़ा सा डांट दिया। पिता की डांट ऐसी नागवार गुजरी कि बुधवार सुबह बेटा घर से भाग कर सीधा तीन सौ फीट ऊंचे किले की प्राचीर से कूद गया। करीब 50 फीट गिरते ही एक पत्थर से सिर टकराया और किशोर की तत्काल मौत हो गई। पुलिस ने बड़ी मशक्कत के बाद उसके शव को तलहटी की झाड़ियों से निकाल कर पोस्टमार्टम कराया और परिजन के सुपुर्द कर दिया। फिलहाल पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है।

बुधवार सुबह ग्वालियर के किले पर मॉर्निंग-वॉकर्स ने एक किशोर को नीचे कूदते देखा। लोगों ने तत्काल बहोड़ापुर थाना पुलिस को सूचना दी, पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची और देखा तो कूदने वाला किले की दीवार और तलहटी के बीच करीब 50 फीट की गहराई पर पत्थरों और झाड़ियों के बीच फंसा नजर आया। पुलिस ने नगरनिगम के दमकल दस्ते को सूचना देकर बुलवाया। नगर निगम के अमले और पुलिस ने शव को निकालने का प्रयास शुरू किया। रस्सी के सहारे टीम किशोर के शव तक पहुंची तो पाया कि उसकी मौत हो चुकी है। प्रारंभिक खोजबीन से पता चला कि मरने वाला हजीरा की मेजर कॉलोनी निवासी  मान सिंह रौठौर का 18 साल का बेटा साहिल राठौर है।

देर रात तक बगैर पढ़े जागना, फिर दिन चढ़ने तक सोने पर पिता ने डांटा तो हुआ गुस्सा

हजीरा इलाके में गदाई पुरा की मेजर कॉलोनी मान सिंह रौठौर का 18 साल का बेटा  साहिल राठौर 12वीं का विद्यार्थी था। उसके बोर्ड एग्जाम नजदीक होने के बाद भी पिता को लग रहा था कि वह गंभीरता से पढ़ाई नहीं कर रहा है। बुधवार को भी देर तक सोता रहा तो पिता ने बोर्ड परीक्षा होने की बात कहकर उसे जोर से डांट दिया। नाराज साहिल ने कपड़े बदले और गुस्से में घर से निकल गया। तीन भाइयों में मझले साहिल को तलाशने परिजन ने बड़े भाई विनोद छोटे कोमल को भेजा। पिता ने भी उसे तलाशा, लेकिन उसका कुछ पता नहीं लगा। कुछ देर बाद एक लड़के के किले से कूदने की जानकारी मिली तो विनोद किले पर पहुंचा। वहां पता चला कि कूदने वाला उसका छोटा भाई साहिल है।

खतरनाक होने की वजह से जाली लगाई, फिर भी कूद रहे

जिस जगह से साहिल ने कूदकर जान दी है, उसे आत्महत्या का बिंदु मान खतरनाक घोषित कर सुरक्षा सके लिए जाली लगवाई गई है। ज्ञातव्य है कि बीते दो साल में यहां से कूदकर करीब 8 लोगो जान दे चुके हैं। कूदने वाले जाली से निकल दीवार पर चढ़ कर कूद रहे हैं। सूत्रों के अनुसार उरवाई गेट के पीछे कोटेश्वर मंदिर के पास किले की प्राचीर को आत्महत्या बिंदु माना गया है।

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