नई दिल्ली, 29 जनवरी। तीनों केंद्रीय कृषि कानूनों को रद्द कराने की हठ में सिंघु बॉर्डर पर बैठे प्रदर्शनकारियों और स्थानीय ग्रामीणों के बाज शुक्रावार दोपहर और भिड़ंत हो गई। दोनों ओर जम कर पथराव हुआ, फलस्वरूप दर्जनों घयल हो गए इनमें पुलिस कर्मी भी शामिल हैं। इसके अलावा कथित किसान प्रदर्शनकारी की तलवार से अलीपुर SHO भी बुरी तरह जख्मी हो गए। हालात को काबू में करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े हैं और बल का प्रयोग भी किया। फिलहाल यहां पर माहौल बेहद तनावपूर्ण है।

अलीपुर SHO पर तलवार से हमला

गणतंत्र दिवस पर बवाल करने के बाद सारा देश गुस्से से भर उठा है, लेकिन प्रदर्शनकारियों का दुस्साहस अब भी कम होता नजर नहीं आ रहा है। सिंघु बॉर्डर पर स्थानीय लोगों के विरोध के जवाब में कथित किसान प्रदर्शनकारियों ने पत्थरों से हमला तो किया ही, हाथों में तलवार लेकर भी आक्रमण करने लगे। बवाल के दौरान अलीपुर थाने के SHO पर प्रदर्शनकारियों ने तलवार से हमला कर दिया, तलवार उनके हाथ पर लगी, जिससे उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है। हालांकि हमलावर को बाद में गिरफ्तार कर लिया गया।

स्थानीय ग्राणीणों में प्रदर्शनकारियों के प्रति जबरदस्त गुस्सा

बताया जा रहा है कि पिछले दो महीने से भी अधिक समय से किसानों के प्रदर्शन के चलते आसपास के ग्रामीणों में काफी रोष है। किसानों द्वारा रास्तों को रोककर प्रदर्शन करने के विरोध में शुक्रवार दोपहर सिंघु बॉर्डर पर कई स्थानीय गांवों के किसानों ने प्रदर्शन कर मांग की कि प्रदर्शनकारी किसान यहां से जाएं। स्थानीय किसानों ने कहा कि दो महीने से भी अधिक समय से प्रदर्शन से कारोबार ही नहीं जनजीवन भी बुरी तरह प्रभावित हुआ है, सैकड़ों लोग बेरोजगार तक हो चुके हैं। सिंघु बॉर्डर पर दिल्ली की सीमा पुलिस ने सील कर दी है। आसपास की दुकानें भी बंद करा दी गई है, जिससे सिंघु व कुंडली की ओर लोगों की आवाजाही बंद हो गई है। फलस्वरूप सिंघु बॉर्डर पर धरना दे रहे किसानों का जोश ठंडा पड़ रहा है। धीरे-धीरे धरने में किसानों की संख्या कम हो रही है।

दो महीने से प्रदर्शन ने बढ़ाई मुसीबतें

ग्रामीणों का नेतृत्व कर रहे दिल्ली देहात विकास मंच के महासचिव अनूप सिंह मान ने बताया कि गणतंत्र दिवस पर लाल किले में उपद्रव कर देश की गरिमा को धूमिल करने वाले ऐसे लोगों ने पिछले दो माह से सिंघु बार्डर को बंद कर रखा है। आवागमन ठप होने से दिल्ली देहात बंधक जैसे हालात से गुजर रहा है। ग्रामीणों को अनेक मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है। लोग अस्पताल नहीं जा पा रहे हैं। महिलाएं घरों से निकल कर कहीं जा नहीं पा रही हैं। लोग रिश्तेदारों के यहां भी नहीं पहुंच पा रहे हैं। बेहद जरूरी होने पर घर से निकलें भी तो गंतव्य तक पहुंचने के लिए मीलों ज्यादा चलना पड़ता है।

गणतंत्र दिवस पर प्रदर्शनकारियों की करतूत गुस्से का विशेष कारण

गणतंत्र दिवस की घटना के बाद गांव के लोगों के मन में आक्रोश देखा जा रहा है। देहात के लोग बिना किसी गलती के मुसीबतों का सामना कर रहे हैं। लेकिन अब उनका धैर्य जबाव देने लगा है। यही कारण है कि अब ग्रामीण सिंघु बार्डर को खाली कराने को लेकर संकल्पित हो चुके हैं। गणतंत्र दिवस पर लाल किला एवं तिरंगे की गरिमा से खिलवाड़ करने वाले दुस्साहसी प्रदर्शनकारियों की धृष्टता अब भी कम होती नजर नहीं आ रही है। उनकी करतूत से सारे देश के आमजन रोष में हैं। स्तानीय गांव वाले भी दिल्ली की हर सीमा पर कथित किसानों को भगाने के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं। कई जगह आमने सामने पत्थरबाजी हो चुकी है। हालात पर नियंत्रण करने तैनात पुलिस बल से भी प्रदर्शनकारी तलवार व लाठियों के साथ हाथापाई पर उतारू हैं। इसी तरह के एक हमले में अलीपुर पुलिस थाने के SHO बुरी तरह जख्मी हो गए। हालांकि बाद में पुलिस ने हमलावर को पकड़ लिया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *