नई दिल्ली, 22 जनवरी। भजन सम्राट नरेंद्र चंचल का दिल्ली के अपोलो अस्पताल में निधन हो गया है, 80 वर्षीय नरेंद्र चंचल बीते तीन महीने से बीमार थे। चंचल ने भजनों के साथ हिंदी फिल्मों में भी हिट गानों से शोहरत हासिल की थी। उनके गाए शास्त्रीय संगीत पर आधारित भजनों, ग़ज़ल और गीतों के अलावा लोक-संगीत भी हिट हुआ। नरेंद्र चंचल ने बचपन से ही अपनी मां कैलाशवती को मातारानी के भजन गाते हुए सुना, इसी वजह से उनकी रुचि भी गायकी में बढ़ती गई। शरारती स्वभाव और चंचलता से प्रसन्न शिक्षक उन्हें ‘चंचल’ कहकर बुलाने लगे थे। बाद में नरेंद्र ने अपने नाम के साथ हमेशा के लिए चंचल जोड़ लिया। बॉलीवुड फिल्म ‘आशा’ में उनके गए भजन गीत, ’चलो बुलावा आया है….’ ने उनकी गयकी को मशहूर और अमर बना दिया।
देश के नामी भजन गायकों में शुमार नरेंद्र चंचल का शुक्रवार को दिल्ली के अपोलो अस्पताल में निधन हो गया। पिछले कई महीनों से गंभीर रूप से बीमार चंचल का दिल्ली के 27 नवंबर से सरिता विहार स्थित अपोलो अस्पताल में इलाज चल रहा था। अस्पताल प्रशासन के मुताबिक शुक्रवार दोपहर करीब 12.30 पर उन्होंने अंतिम सांस ली। अस्पताल प्रशासन का कहना है कि उनके ब्रेन में क्लोटिंग थी। दशकों तक माता के भजनों के माध्यम से भक्तों को भक्ति भाव की पावन दुनिया की सैर कराते रहे नरेंद्र चंचल अपने पीछे दो बेटे औऱ एक बेटी छोड़ गए हैं। अमृतसर (पंजाब) में 16 अक्टूबर, 1940 को जन्में नरेंद्र चंचल ने दिल्ली में आकर देश के साथ विदेशों में भी नाम कमाया।
हिंदी फिल्मों में भी गाए गाने
नरेंद्र चंचल की लोकप्रियता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने अमिताभ बच्चन से लेकर शोमैन राजकूपर की फिल्मों के लिए भी गाने गाए। अमिताभ बच्चन अभिनीत ‘बेनाम’ फिल्म में गाया गीत, ‘यारा ओ यारा …इश्क ने मारा, मैं बेनाम हो गया….’ आज भी लोगों सुनते ही लोगों की ज़ुबान पर चढ़ जाता है।