जयपुर/मेरठ, 11 जनवरी। भारत-पाकिस्तान सीमा के सटे राजस्थान में जैसलमेर के 42 वर्षीय सत्यनारायण पालीवाल को CID के स्पेशल ब्रांच ने पाकिस्तानी ख़ुफ़िया एजेंसी ISI के लिए जासूसी करने के आरोप में 10 जनवरी रविवार को गिरफ्तार कर लिया। उसे 3 दिन पहले पोखरण फायरिंग रेंज से हिरासत में लिया गया था। 2 दिन तक चली पूछताछ में कई खुलासे हुए और उस पर लगे जासूसी के आरोप भी सही पाए गए। इसी तरह उत्तरप्रदेश के मेरठ सौरभ शर्मा को भी जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया गया। रिश्ते ठीक नहीं होने के कारण वह अपनी पत्नी से अलग रहता था। गुजरात के हैंडलर ने कई बार उसकी और उसकी पत्नी के बैंक खातों में रुपए डाले थे। महिला एजेंट वीडियो कॉल के दौरान एक-एक कर उतारती थी कपड़े….

पोखरण में देश का सबसे बड़ा फायरिंग रेंज है। उसके नजदीक ही लाठी नाम का गाँव है, जहाँ सत्यनारायण रहता है। उसकी भाभी सरपंच है, और सत्यनारायण सरपंच प्रतिनिधि, उसी के रौब में वह भी गाँव में नेतागिरी करता था। दरअसल लाठी के निकट फायरिंग रेंज में चलने वाली प्रत्येक गतिविधि की सूचना सेना सरपंच को देती है, ताकि सरपंच ग्रामीणों को मना कर सकें कि वे उस क्षेत्र से दूर रहे। ऐसे में सत्यनारायण के पास सेना की प्रत्येक गतिविधि की सूचना आती रहती और न्यूड लड़कियों के शहद में डूबा सत्यनारायण ये ISI की इन एजेंट्स को भेजता रहता था।

डिफेंस अखबार की संपादक बनकर की दोस्ती

सत्यनारायण को फंसाने के लिए खुद को एक अख़बार की संपादक बताने वाली ISI की एजेंट ने अपना नाम सोनिता कुमारी बताकर सोशल मीडिया पर दोस्ती शुरू की थी। उसे सत्यनारायण पर सेना की जानकारियां होने की सूचना और उसका मोबाइल नंबर ISI के किसी स्लीपिंग-सेल ने भेजी थी। सोनिता कुमारी बनी एजेंट ने सत्यनारायण को फंसाने के लिए 5 लड़कियों के चैट-रूम में उसे शामिल किया और न्यूड-चैट के जाल में उसे उलझा लिया। सोनिता कुमारी के नकली नाम वाली पाकिस्तानी एजेंट खुद भी सबसे आखिर में न्यूड वीडियो कॉल पर आती थी, और जैसे-जैसे सत्यनारायण पोखरण में सेना की जानकारियां देता था, पाकिस्तानी एजेंट कपड़े उतारते-उतारते न्यूड हो जाती थी। आरोपी करीब सवा साल से सेना से जुड़ी जानकारियां उन्हें दे रहा था। उसके मोबाइल फोन से पुलिस को ISI की महिला एजेंट्स की कई न्यूड तस्वीरें मिलीं। एडीजी इंटेलिजेंस उमेश मिश्रा ने बताया कि सत्यनारायण पालीवाल के विरुद्ध जयपुर के स्पेशल पुलिस स्टेशन पर शासकीय गुप्त बात अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।

पश्चिमी राजस्थान में सक्रिय है एक ही हनी-ट्रैप गैंग

खुफिया एजेंसियों के अनुसार पश्चिमी राजस्थान में हनी-ट्रैप के जितने भी मामले सामने आए हैं उनमें सत्यनारायण को फंसाने वाली लड़कियां ही शामिल हैं। इनकी आवाज की जांच में सामने आया कि बीते साल हनी-ट्रैप में फंसे सेना के दो जवान भी इन्हीं लड़कियों के जाल में उलझे थे।

कैसे काम करती है ISI की स्लीपिंग-सेल

जहां भी सैन्य गतिविधियां ज्यादा चलती रहती है, वहां पाक खुफिया एजेंसी ISI ने अपने कई स्लीपिंग सेल सक्रिय कर रखे हैं। स्थानीय समाज में घुलेमिले स्थानीय लोग इस सेल से जुड़े एजेंट होते हैं। ये एजेंट्स लगातार सूचनाएं नहीं देते, बल्कि कभी-कभार कुछ महत्वपूर्ण सूचनाएं देकर चुप बैठ जाते हैं। ऐसे ही किसी स्लीपर सेल एजेंट ने आईएसआई को सूचना दी कि सत्यनारायण पालीवाल के पास महत्वपूर्ण सूचनाएं रहती है। उन्होंने इसका मोबाइल नंबर भी पाकिस्तान भेजा। इसके बाद ISI ने इन लड़कियों के हनी-ट्रैप गैंग को सक्रिय कर दिया।

मेरठ में पूर्व सैनिक भी फंसा हनी-ट्रैप जाल में  

सौरभ ने ATS के सामने स्वीकार किया है कि वह पैसों के लालच में सेना की गोपनीय सूचनाएँ समय-समय पर WhatsApp से पाकिस्तान की एक महिला खुफिया अधिकारी को भेजता था। सौरभ शर्मा की 2014 में फेसबुक के माध्यम से एक लड़की से दोस्ती हुई थी। लड़की से उसकी काफी दिनों तक बातचीत होती रही। लड़की ने खुद को डिफेंस रिपोर्टर बताया था। सूत्रों के मुताबिक सौरभ वैसे तो छह साल से पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के लिए जासूसी कर रहा था, लेकिन खुफिया एजेंसियों के रडार पर वह साल 2020 के आखिर में आया, जब उसका पाकिस्तानी इंटेलीजेंस की महिला अधिकारी से मनमुटाव हो गया था

पहले लिफाफे में दी जाती थी रकम बाद में खातों में भी हुई ट्रांसफर

बताया गया कि पहले उसे लिफाफे में रकम दी जाती थी, लेकिन रकम देने वाले से सौरभ का संपर्क नहीं हो पाता था। रकम अलग-अलग स्थानों पर लिफाफे में रखी जाती थी और फिर सौरभ को वहां से लिफाफा उठा लेने के लिए कहा जाता था। बाद में रकम का ट्रांजेक्शन खातों में भी होने लगा। रिश्ते ठीक नहीं होने के कारण सौरभ अपनी पत्नी से अलग रहता था। गुजरात के हैंडलर ने कई बार उसकी और उसकी पत्नी के बैंक खातों में रुपए डाले थे। अब पुलिस का सरदर्द ये है कि उसकी पत्नी नेहा सिंह अलग रहती थी, फिर भी उसके खाते में रुपए क्यों डाले जाते थे और उसकी क्या भूमिका थी। नेहा की दूसरी शादी की सूचना मिली है, लेकिन इसकी पुष्टि नहीं हुई है। बैंक खातों की जाँच चल रही है। गोधरा का ISI हैंडलर अनस भी गिरफ्तार किया जा चुका है। अब पुलिस जाँच कर रही है कि उत्तरप्रदेश में उसके कौन-कौन साथी हैं। स्थनीय एजेंसियाँ भी जाँच में जुटी हैं।

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