ग्वालियर, 04 दिसंबर। मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय की ग्वालियर खंडपीठ ने कंपू पुलिस थाने के प्रभारी रहे इंस्पेक्टर केएन त्रिपाठी को बड़ी राहत प्रदान की है। बीते डेढ़ महीने से फरार था, उसके विरुद्ध एक ई-रिक्शा चालक ने छेड़खानी का मामला दर्ज कराया था। मामला दर्ज होने के बाद एसपी ने TI  को सस्पेंड कर दिया था और उसकी गिरफ्तारी के निर्देश दिए थे। इस बीच TI  केएन त्रिपाठी ने जिला न्यायालय में अग्रिम जमानत के लिए आवेदन किया, लेकिन न्यायालय ने मामले की गंभीरता देखते हुए उसे खारिज कर दिया। इसके बाद आरोपी TI के अधिवक्ता ने उच्च न्यायालय में अपील की थी।

न्यायालयीन सूत्रों के अनुसार मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय की ग्वालियर खंडपीठ में की गई अपील की सुनवाई 03 दिसंबर को न्यायमूर्ति एसए धर्माधिकारी की एकल पीठ में हुई थी। सुनवाई के दौरान आरोपी TI के अधिवक्ता ने दलील दी थी कि अर्नेश विरुद्ध बिहार सरकार के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने ऐसे मामलों में आरोपी को जमानत का लाभ देने के निर्देश दिए थे, जहां उसके द्वारा कारित अपराध में 7 साल से कम सजा का प्रावधान हो। ज्ञातव्य है कि पीड़िता ने TI  के विरुद्ध धारा 354 के तहत शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें अधिकतम 5 वर्ष का कारावास हो सकता है। उच्च न्यायालय ने अर्नेश कुमार विरुद्ध बिहार सरकार वाले मामले की नज़ीर को मानते हुए आरोपी TI केएन त्रिपाठी को अग्रिम जमानत का लाभ दे दिया। आदेश में उच्च न्यायालय ने हिदायत दी है कि TI मामले की सुनवाई और जांच के दौरान पुलिस को पूरा सहयोग करेंगे, ऐसा नहीं करने पर उनकी गिरफ्तारी की जा सकेगी। इसके अलावा इंस्पेक्टर त्रिपाठी को अपने मोबाइल में आरोग्य सेतु एप डाउनलोड करने के भी निर्देश दिए गए हैं।

e-रिक्शा चलाने वाली लड़की ने लगाया था छेड़खानी का आरोप

परिवार पालने के लिए e-रिक्शा चलाकर परिवार पाल रही और साथ ही B.Com कर रही लड़की ने आरोप लगाया था कि कंपू पुलिस थाने के TI  ने उसे थाने में बुलाकर अपने चेंबर में छेड़छाड़ की। गरीब किंतु स्वाभिमानी लड़की ने समझदारी और साहस से काम लेते हुए अपनी लाज तो बचाई, साथ ही सेवानिवृति के समीप आयु के आशिक़मिज़ाज़ TI के विरुद्ध 21 अक्टूबर 2020 को मामला भी दर्ज कराया था। साहसी लड़की ने समझदारी के साथ अपने साथ हुए मानसिक संत्रास की इस दुर्घटना के डिजिटल प्रमाण भी जुटाए औऱ पुलिस अधीक्षक अमित सांघी को सौंप दिए। मामला दर्ज होने के बाद पुलिस अधीक्षक ने TI को निलंबित कर दिया था।    

TI पर पुलिस थाने बुलाकर चेंबर में लड़की से छेड़छाड़ का लगा था आरोप

ग्वालियर में कंपू थाना प्रभारी केएन त्रिपाठी के विरुद्ध 21 अक्टूबर को देर रात महिला थाना में छेड़छाड़ का मामला दर्ज किया गया था। आरोप था कि त्रिपाठी ने लड़की को अपने केबिन में बुलाकर उसके साथ शारीरिक छेड़छाड़ की, पीड़िता की शिकायत के अनुसार TI ने जबरिया सीने से लगाकर किस कर लिया और बलात्कार की भी कोशिश की। पीड़िता ने सूझबूझ के साथ किसी तरह स्वयं को बचाया। हालांकि उसे जाने देने के बदले में TI ने लड़की से e-रिक्शा से कैंसर पहाड़िया पर शाम को आकर मिलने का वचन ले लिया। किसी तरह चंगुल से छूट कर लौटी लड़की ने बताया कि TI चार दिन से लगातार उसे WhatsApp कॉल व चैट कर मिलने बुला रहा था। घबराई पीड़िता ने एक महिला सशक्तिकरण एक्टिविस्ट व परामर्श दात्री को अपनी पीड़ा बताई। उल्लेखनीय यह भी है कि जब पीड़िता पुलिस अफसरों के पास बैठकर अपनी आपबीती सुना रही थी उस समय भी  रंगीले TI का कॉल आया, पीड़िता ने स्पीकर ऑन कर सबको उनकी चर्चा सुनवा दी।

कैसे आई TI के चंगुल में

e-रिक्शा चालक पीड़िता ने बताया कि 18 अक्टूबर रविवार को कंपू पुलिस ने जेएएच के पास से एक युवक को स्कूटर पर खड़े होकर शराब पीते पकड़ा था, उसे पुलिस कंपू थाने ले गई। सूचना पाकर युवक की पत्नी थाने पहुंची तो पुलिस ने युवक को छोड़ दिया, लेकिन स्कूटर रख लिया। वह महिला, पीड़िता से परिचित थी, इसलिए पीड़िता उसे अपने e-रिक्शे पर लेकर उसके साथ थाने गई थी। उसने बताया कि थाना में कंपू TI उस पर रीझ गए, बातचीत के दौरान ही लड़की का नंबर भी लेलिया। इसके बाद उसी दिन लड़की को कॉल किया और बातों का जाल बिछाते हुए बोले–कभी भी कोई काम हो तो आ जाना। इसके बाद TI ने WhatsApp पर कॉल व चैट शुरू कर दी और लगातार चार दिन तक पीड़िता को अपने पास आने के लिए रिझाया।

लड़की के साथ e-रिक्शा पर कैंसर पहाड़िया की सैर करना चाहता था ठरकी अधिकारी

पीड़िता ने ठरकी TI की नीयत भांप ली और आखिरकार बुधवार को महिला सशक्तिकरण एक्टिविस्ट सबा रहमान से संपर्क किया। सबा ने मामले की गंभीरता को समझते हुए लड़की के साथ मिलकर योजना बनाई और उसे उसे मोबाइल की रिकॉर्डिंग ऑन कर अंदर भेजा गया। सबा और उनकी टीम बाहर कुछ दूरी पर ही खड़ी रही। जैसे ही लड़की TI केएन त्रिपाठी के केबिन में पहुंची वह उसके पास आकर खड़े हो गए, पीड़िता ने बताया कि TI ने पहले उसका हाथ पकड़ा और खोंच कर सीने से लगाया, और किस कर लिया। लड़की ने विरोध किया, लेकिन TI ज्यादा ताकतवर निकला। मामले की गंभीरता समझ पीड़िता ने बुद्धि से काम लिया और कहा- केबिन में कोई भी आ सकता है। उसने कहा कि अभी जाने दो फिर कभी बुला लेना। इस पर TI  से वचन लिया कि वह ई-रिक्शा से शाम कैंसर पहाड़िया पर आ जाए वहां दोनों साथ सैर करेंगे। समझदारी और बहादुरी से TI के जाल से छूटी लड़की ने महिला एक्ट्विस्ट के साथ योजना के अनुसार आगे की कार्यवाही की और TI के विरुद्ध शिकायत दर्ज हो गई।  

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