ग्वालियर, 21 नवंबर। शहर में जयारोग्य अस्पताल समूह के सुपर-स्पेशलिटी अस्पताल में शनिवार दोपहर शार्ट-सर्किट से ICU में आग लग गई। धुआं फैलते ही हड़कंप मच गया, प्रबंधन ने तत्काल प्रभावित वार्ड से मरीजों को दूसरे वार्ड में शिफ्ट किया। सूचना मिलने पर तत्काल फायर ब्रिगेड मौके पर पहुंची, और आग पर काबू पा लिया गया। आग की चपेट में आकर दो मरीज मामूली रूप से झुलस गए, उनका तत्काल इलाज शुरू कर दिया गया।   

JAH के सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में COVID-19 डेडिकेडेट सेक्शन में शनिवार दोपहर शार्ट-सर्किट से आग लग गई। आग अस्पताल के तीसरी मंजिल स्थित ICU में लगी, यहां से मरीजों को तत्काल दूसरे वार्ड में शिफ्ट किया गया। आग की चपेट में आए मरीजों का तत्काल इलाज शुरू कर दिया गया। दमकल दस्ते ने करीब 20 मिनिट में आग को काबू कर लिया। हालांकि आग से जले हुए वार्ड के निशान खुद भयावहता की कहानी कह रहे हैं, समय रहते अगर आग पर काबू नहीं पाया जाता तो इलाज करा रहे COVID-19 संक्रिमित मरीजों के लिए हादसा महंगा पड़ सकता था। हालांकि मौके पर पहुंचे ADM किशोर कान्याल ने बताया कि आग से कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ, हालांकि मामले की जांच कराई जाएगी।    

165 करोड़ में बना सुपर स्पेशलिटी

जेएएच समूह में करीब 165 करोड़ की लागत से सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में 6 मॉड्यूलर ऑपरेशन थियेटर हैं। यहां मरीजों को OPD का पर्चा बनवाने के साथ डॉक्टर को दिखाने, जांच कराने और दवा लेने के लिए कहीं बाहर नहीं जाना होगा। यह सभी सुविधाएं मरीजों को एक ही भवन में मिलेंगी। यहां मरीजों को पीडियाट्रिक सर्जरी, यूरोलॉजी और नियोनेटोलॉजी जैसी सुपर स्पेशलिटी की सुविधा उपलब्ध हैं। हॉस्पिटल में 6 लिफ्ट, 6 मॉड्यूलर ऑपरेशन थियेटर और तीन ICU हैं। पूरे हॉस्पिटल में सेंट्रल ऑक्सीजन सिस्टम लगा हुआ है। साथ ही डायलिसिस मशीन निप्पो कंपनी की तथा एमआरआई मशीन फिलिप्स कंपनी है।

ओपीडी में ये सुविधाएं

कोरोना काल में COVID-19 संक्रमित मरीजडों के इलाज के लिए सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में विशेष इंतजाम कियए गए हैं। यहां की ओपीडी में पीडियाट्रिक सर्जरी, यूरोलॉजी, नियोनेटोलॉजी की सुविधा उपलब्ध है। इसके अलावा एनेस्थीसिया, रेडियोलॉजी, जनरल मेडिकल ऑफिसर के साथ सीनियर रेसीडेंट भी यहां पदस्थ हैं। हॉस्पिटल के ग्राउंड फ्लोर पर रजिस्ट्रेशन, फार्मेसी, डायलिसिस और रेडियोलॉजी विंग है, जबकि पहली मंजिल पर ओपीडी के साथ अधीक्षक व अन्य प्रशासनिक अधिकारियों के कक्ष होंगे। दूसरी और तीसरी मंजिल पर वार्ड, चौथी मंजिल पर ICU वार्ड तथा पांचवीं मंजिली पर ऑपरेशन थियेटर और आईसीयू तथा छठवीं मंजिल पर विभागीय प्रशासनिक कार्यालय और कैफेटेरिया बनाया गया है।

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