ग्वालियर, 31 अक्टूबर। शहर में शुक्रवार रात मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री, भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष, केंद्रीय मंत्री, पूर्व केंद्रीय मंत्री और राज्यसभा सांसद की मौजूदगी में महा रोड शो का आयोजन किया गया। इस दौरान ग्वालियर पूर्व विधानसभा से प्रत्याशी औऱ निवर्तमान विधायक मुन्नालाल गोयल के PSO शैलेंद्र यादव की सरकारी 9 mm पिस्तौल 10 कारतूस व मैगजीन समेत उसके होल्स्टर से गायब हो गई। पुलिस ने अज्ञात व्यक्ति के विरुद्ध मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है, लेकिन अब तक कोई सुराग मिल सका है।

शुक्रवार रात शहर में ग्वालियर पूर्व विधानसभा सीट पर भाजपा प्रत्याशी मुन्नालाल गोयल के समर्थन में रोड शो का महा आयोजन किया गया था। तय समय से 4 घंटे विलंब से शुरू हुआ था। आयोजन में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, पूर्व मुख्यमंत्री उमा बारती, राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया और भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा शामिल थे। इनके साथ ग्वालियर पूर्व के भाजपा प्रत्याशी मुन्नालाल गोयल भी मौजूद थे। गोयल के साथ उनके PSO आरक्षक शैलेंद्र यादव जैसे ही रोड़ शो के वाहन पर चढ़े, किसी शरारती तत्व ने उनके होल्स्टर से मैग्जीन समेत पिस्तौल खींच ली।  PSO का कहना है कि रोड शो के पहले मुन्नाालाल गोयल सरस्वती शिशु मंदिर परिसर में आयोजित कार्यक्रम में गए थे, जिसमें काफी भीड़ थी। किसी ने उसी आयोजन में पिस्टल निकाली है। भीड़ की धक्कामुक्की की वजह से PSO यादव को इसका आभास नहीं हो सका। जैसे ही यादव पता चला कि होल्स्टर खाली है, उसने तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी। झांसी रोड़ थाने की पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। शनिवार को पुलिस ने कई लोगों से पूछताछ की, लेकिन खबर लिखे जाने तक पिस्टल का फिलहाल कोई सुराग नहीं लगा है।

झोल भरी है PSO की कहानी

नियमानुसार पिस्टल आगे लगाा चाहिए और डोरी में होनी चाहिए। शैलेंद्र यादव ने पुलिस को बताया है कि पिस्टल डोरी में थी और आगे लगी थी। जबकि पिस्टल यदि आगे लगी हो और डोरी में हो तो उसे पार करना खासा मुश्किल होता है। पुलिस को भी कहानी काफी उलझी हुई लग रही है। झांसी रोड थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस रोड-शो व कार्यक्रम के वीडियो व फोटो देखकर पिस्टल चोरी करने वालों की पहचान करने की कोशिश कर रही है।

PSO के विरुद्ध भी होगी कार्रवाई

मुन्नालाल गोयल का PSO शैलेंद्र यादव SAF की 5वीं बटालियन मुरैना में आरक्षक के तौर पर तैनात है। हालांकि उसने अपने कंपनी कमांडर को भी घटना की जानकारी दे दी है, फिर भी घटना की एख वजह आरक्षक यादव की लपरवाही भी मानी  जारही है। और  फिलहाल आरक्षक के खिलाफ उसकी बटालियन के प्रमुख ने कार्रवाई नहीं की है, लेकिन समझा जारहा है कि आरक्षक के विरुद्ध मामला शुरू किया जाएगा।

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