शिवराज ने लिखा कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को खुला पत्र

इमरती ने कहा कमलनाथ को मध्यप्रदेश में रहने का कोई हक नहीं

भोपाल, 19 अक्टूबर। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी पर दिए विवादित बयान पर प्रदेश भर में तूफान आ गया है।  मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया, गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा समेत तमाम नेता अलग-अलग शहरों में मौन धरने पर बैठे। इमरती देवी ने कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी से कमलनाथ को पार्टी से निकालने की मांग की है, साथ सीएम शिवराज सिंह ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को खुली चिट्ठी लिखी है। बसपा प्रमुख मायावती ने भी ट्वीट कर कहा है कि कांग्रेस को सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए।

कमलनाथ के बयान के विरोध में प्रदेश भर में मौन धरने

ग्वालियर में डबरा विधानसभा सीट पर भाजपा प्रत्याशी इमरती देवी पर पूर्व सीएम कमलनाथ की गई अभद्र टिप्पणी के विरोध में सीएम शिवराज सिंह चौहान समेत भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने प्रदेश के अलग-अलग शहरों में मौन उपवास किया। मौन उपवास पर बैठने से पहले सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ के द्वारा मेरी सरकार की मंत्री एक गरीब परिवार में जन्मी मेरी दलित बहन पर अभद्र टिप्पणी की गई थी। इस टिप्पणी पर कमलनाथ व कांग्रेस को कोई अफसोस भी नहीं है। वो बेशर्मी से अभद्रता जायज ठहराने का प्रयास कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री होने के नाते बेहद दुखी और व्यथित, प्रायश्चित के लिए मौन धरना

सीएम ने कहा कि मेरा मन व्यथित और दुखी है। सीएम शिवराज सिंह ने दुख जताते हुए कहा कि कमलनाथ प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री हैं, वह प्रायश्चित भले न करें, लेकिन मैंने पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान मुख्यमंत्री होने के नाते एक मुख्यमंत्री रहे व्यक्ति की अभद्रता के प्रायश्चित स्वरूप दो घंटे मौन व्रत रखा है। मेरा संकल्प है कि मध्य प्रदेश में मां, बहन और बेटियों का सम्मान सुरक्षित रखा जाएगा। माता-बहनों के कल्याण के लिए हम समर्पित भाव से काम करेंगे।

इंदौर में ज्योतिरादित्य सिंधिया और ग्वालियर में नरेंद्र सिंह तोमर व वीडी शर्मा मौन धरने पर

इंदौर में भाजपा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया और ग्वालियर में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर व प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा समेत वरिष्ठ भाजपा नेताओं ने मौन उपवास किया। प्रदेशव्यापी मौन धरना सभी जिलों में आयोजित किया गया। इन धरनों में महिला विरोधी कमलनाथ औऱ कांग्रेस के पोस्टर भी लगवाए गए, जिसमें कांग्रेस द्वारा विभिन्न महिला नेताओं पर की गई टिप्पणी का उल्लेख किया गया है।

 राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सोमवार को इंदौर में गांधी प्रतिमा पर धरना दिया। मौन धरने से पहले सिंधिया ने कहा कि कांग्रेस नेताओं ने महिला ही नही अनुसूचित जाति का अपमान किया है। इस बयान से कांग्रेस की कथनी और करनी नजर आ रही है। धरना स्थल पर महिला मोर्चा की कार्यकर्ता हाथों में तख्ती लेकर बैठी थीं। सिंधिया ने पहले गांधी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए, फिर मंच पर आए। मंच पर लगे तख्त के बजाए सिंधिया नीचे ही बैठे।

राष्ट्रीय महिला आयोग ने नोटिस भेजा

राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने ट्वीट कर सूचना दी है कि इमरती देवी पर दिए बयान को लेकर कमलनाथ को नोटिस भेजा गया है। इसके साथ ही चुनाव आयोग को भी पत्र लिखा गया है।

रविवार को कमलनाथ ने इमरती को कहा था ‘ITEM’

रविवार को ग्वालियर जिले की डबरा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी सुरेश राजे के समर्थन में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ सभा करने पहुंचे थे। उन्होंने यहां भाजपा प्रत्याशी और मंत्री इमरती देवी का नाम लिए बगैर इशारा करते हुए उनका मखौल उड़ाते हुए कुटिल हंसी के साथ उन्हें आइटम कहा।

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