-इजराइल के खिलाफ कार्रवाई करने पर करेंगे चर्चा, ईरान के साथ रुस भी सक्रिय
तेहरान। हिजबुल्लाह प्रमुख हसन नसरल्लाह की हत्या के बाद मध्य पूर्व में तनाव बढ़ गया है। इजरायल की इस कार्रवाई ने न केवल लेबनान और हिजबुल्लाह समर्थकों को आक्रोशित कर दिया है। नसरल्लाह की मौत के बाद ईरान से इजरायल के खिलाफ सख्त कदम उठाने की आवाजें बुलंद हो रही हैं। इस घटना ने इजरायल और ईरान के बीच चल रहे तनाव को और भड़काने का काम किया है, और अब दोनों देशों के बीच संभावित संघर्ष की आशंका व्यक्त की जा रही है। इजरायल इससे पहले हमास चीफ इस्माइल हानिया की भी हत्या कर चुका है, जिसने ईरान समर्थित समूहों के बीच भय और असुरक्षा का माहौल पैदा कर दिया है। इस क्रम में नसरल्लाह की हत्या ने ईरान की चिंता बढ़ा दी है, क्योंकि हिजबुल्लाह को ईरान का प्रमुख सहयोगी माना जाता है।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस घटना से ईरान की प्रतिष्ठा को भी धक्का लगा है और अब वह चुप नहीं बैठेगा। रूस भी इस घटना के बाद सक्रिय हो गया है। रूसी प्रधानमंत्री मिखाइल मिशुस्टिन सोमवार को ईरान जा रहे हैं। जहां वे ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेजेस्किअन से मुलाकात करेंगे। माना जा रहा है कि इस बैठक में इजरायल के खिलाफ संभावित जवाबी कार्रवाई पर चर्चा होगी। रूस ने नसरल्लाह की हत्या की कड़ी निंदा की है और खुलकर ईरान के समर्थन में खड़ा हो गया है। विश्लेषकों का कहना है कि अगर इजरायल और ईरान के बीच युद्ध छिड़ता है, तो इससे पूरे मध्य पूर्व में हिंसा भड़कने की संभावना है। इससे अमेरिका और रूस भी आमने-सामने आ सकते हैं, क्योंकि अमेरिका इजरायल का प्रमुख सहयोगी है, जबकि रूस ईरान के पक्ष में है। इस संभावित संघर्ष का असर वैश्विक स्तर पर पड़ सकता है, जहां ऊर्जा आपूर्ति और अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा पर गंभीर संकट पैदा हो सकता है। फिलहाल, क्षेत्र में सभी की नजरें ईरान पर टिकी हुई हैं। क्या ईरान इजरायल से बदला लेगा, और अगर लेगा तो यह कब और कैसे। वहीं, मध्य पूर्व में अस्थिरता और तनाव बढ़ने की पूरी संभावना है।