वाशिंगटन। पिछले कई दिनों से इजरायल और हिज्बुल्लाह के बीच संघर्ष चरम पर है।वहीं इजरायली सेना प्रमुख ने सैनिकों से लेबनान में जमीनी हमले के लिए तैयार रहने को कह दिया है। इसके साथ ही कहा गया है कि ईरान समर्थित ग्रुप हिज्बुल्लाह के खिलाफ बड़े हमले दुश्मन के इलाके में प्रवेश करने का रास्ता साफ कर सकते हैं।
यह सब तब हो रहा है, जब अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने मिडिल ईस्ट में पूर्ण युद्ध के खिलाफ चेतावनी दी और दुश्मनी खत्म करने के लिए 21-दिवसीय युद्धविराम समझौते पर बातचीत हुई है। वहीं इजरायली सैनिकों को संबोधित कर सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल हर्जी हलेवी ने कहा, आप ऊपर से जेट विमानों की आवाज सुन सकते हैं, हम पूरे दिन हमला कर रहे हैं। यह आपके प्रवेश के लिए जमीन तैयार और हिज्बुल्लाह कमजोर करने के लिए है। इस बीच, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने बताया, लेबनान में युद्ध नहीं हो सकता। यही वजह है कि हम इजरायल से लेबनान पर हमले में बढ़ोतरी को रोकने और हिज्बुल्लाह से इजरायल पर मिसाइल दागने को रोकने की गुजारिश करते हैं।
लेबनान में लाखों नागरिक प्रभावित
इजरायल के द्वारा हिज्बुल्लाह के बुनियादी ढांचे को नष्ट करने के लिए शुरू किए गए अभियान के बाद से लेबनान में 600 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। लेबनान में इस बीच करीब 90 हजार लोग विस्थापित हुए हैं, जो कि 110,000 लोगों के अलावा हैं, जो तनाव बढ़ने से पहले अपने घरों से भाग गए थे। एक इंटरव्यू के दौरान लेबनान में चल रही स्थिति के बारे में राष्ट्रपति बाइडेन ने कहा, एक बड़ी जंग मुमकिन है। मुझे लगता है कि अभी भी एक ऐसा मौका है, जिससे समझौता हो सकता है, जो पूरे इलाके को मौलिक रूप से बदल सकता है।
वहीं इजरायल के यूएन राजदूत डैनी डैनन ने कहा कि यहूदी राष्ट्र युद्ध विराम का स्वागत करेगा और कूटनीतिक समाधान को प्राथमिकता देगा। हालांकि, उन्होंने फिर कहा कि ईरान इलाके में हिंसा का केंद्र है और शांति के लिए इस खतरे को खत्म करना जरूरी है। जवाब में, ईरानी विदेश मंत्री ने कहा कि तेहरान हिज्बुल्लाह का समर्थन करता है। यह इलाका पूरी तरह से तबाही के कगार पर है। अगर रोका नहीं गया, तब दुनिया को भयावह परिणामों का सामना करना पड़ेगा.
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा, लेबनान में नरक टूट रहा है और देश दूसरा गाजा नहीं बन सकता।
वहीं इजरायली सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल हलेवी ने कहा, हम उन पर (हिजबुल्लाह) हर जगह हमला करते रहते हैं। बता दें कि बुधवार को बॉर्डर पार झड़पें जारी रहीं। हिज्बुल्लाह ने दावा किया कि जासूसी एजेंसी मोसाद के मुख्यालय को निशाना बनाया और तेल अवीव की तरफ मिसाइल दागी। हालांकि, इजरायल की सेना ने कहा कि हिजबुल्लाह मिसाइल को हवाई सुरक्षा द्वारा रोक दिया गया था और किसी तरह के नुकसान की कोई खबर नहीं है।