तेल अवीव। पेजर ब्लास्ट के एक दिन बाद ही बुधवार को वॉकी-टॉकी फट गए। इस घटना में करीब 14 लोगों की मौत हुई। खास बात है कि इन डिवाइस का इस्तेमाल हिजबुल्ला के सदस्य करते थे। लेबनान के आंतरिक सुरक्षा बलों ने कहा कि मंगलवार को देश के कई स्थानों पर संचार उपकरणों में ब्लास्ट हुआ। हिजबुल्ला नेतृत्व के आरोप हैं कि इजरायल की तरफ से छेड़छाड़ की गई थी।

इस घटना के बाद इजरायल के रक्षा मंत्री योआव गैलांट ने कहा कि इजरायल युद्ध के नए चरण में प्रवेश कर रहा है। उन्होंने कहा, हम युद्ध के नए चरण की शुरुआत कर रहे हैं। इसके लिए हिम्मत, दृढ़ संकल्प और अडिग रहना जरूरी है। इधर, इजरायल की सेना के प्रमुख हेर्जी हलेवी ने भी बड़े संकेत दिए हैं। उन्होंने कहा कि उनके पास कई क्षमताएं हैं, जिनका उन्होंने अब तक इस्तेमाल नहीं किया है। उन्होंने कहा, हम आगे की योजना चरणों में बनाएंगे। हर चरण में हिजबुल्ला की तरफ से चुकाई जाने वाली कीमत ज्यादा होती जाएगी।

हिजबुल्ला के संचार नेटवर्क को निशाना बनाने के इरादे से संभवत: इजराइल द्वारा किए गए हमले के तहत लेबनान और सीरिया में जिन पेजर में विस्फोट हुए, उन्हें हंगरी की एक कंपनी ने बनाया था। कंपनी का मुख्यालय हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट में है।ताइवानी कंपनी गोल्ड अपोलो द्वारा बुधवार को जारी एक बयान के अनुसार, एआर-924 पेजर का निर्माण बीएसी कंसल्टिंग केएफटी ने किया था, जो हंगरी की राजधानी में स्थित है। बयान में कहा गया है, ‘सहयोग समझौते के अनुसार हमने बीएसी को निर्दिष्ट क्षेत्रों (लेबनान और सीरिया) में उत्पाद की बिक्री के लिए हमारे ब्रांड के ट्रेडमार्क का इस्तेमाल करने का अधिकार दिया था, लेकिन उत्पाद के निर्माण के लिए सिर्फ बीएसी जिम्मेदार है।’

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