मुख्यमंत्री ने आमजन से स्वच्छता पखवाड़े में भागीदारी की अपील की
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री के स्वच्छता आंदोलन को आगे बढ़ाने के लिए हमें “संस्कार स्वच्छता और स्वभाव स्वच्छता” के सिद्धांत पर अमल करना होगा। अपने व्यवहार में स्वच्छता के साथ ही अपने आसपास भी स्वच्छता रखना चाहिए। स्वच्छता के तीन प्रमुख स्तंभ हैं। पहला- आमजनता की भागीदारी, दूसरा- स्वच्छता के लिए श्रमदान और तीसरा स्तंभ है सफाई मित्र सुरक्षा शिविर के अंतर्गत स्वास्थ्य जांच और सामाजिक सुरक्षा पर केंद्रित गतिविधियों का संचालन।
आम जनता से अभियान में भागीदारी की अपील
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि स्वच्छता का काम सिर्फ सरकार के भरोसे नहीं किया जा सकता है। इसके लिए पूरे समाज को आगे आना होगा। उन्होंने अपील की कि “स्वच्छता ही सेवा अभियान” में बढ़ चढ़कर स्वेच्छा से हिस्सा लें। स्वच्छता पखवाड़े में स्वैच्छिक संस्थाओं के माध्यम से विभिन्न कार्यशालाओं और कार्यक्रमों आयोजित किए जाएंगे जिनके माध्यम से स्वच्छता के महत्व और आवश्यकता से आमजनता को अवगत करवाया जाएगा। विभिन्न विभागों के समन्वय के साथ ही पखवाड़े की सफलता के लिए सामाजिक, व्यापारिक,धार्मिक संगठनों और ग्राम सभाओं के माध्यम से प्रदेश के प्रत्येक नागरिक को जोड़ने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य शासन के मंत्री एवं अन्य जनप्रतिनिधि भी सेवा अभियान में शामिल होंगे। नवाचारों के माध्यम से अभियान को सफल और प्रभावी बनाया जाएगा। मुख्यमंत्री डॉ यादव ने प्रधानमंत्री मोदी के जन्म-दिन के अवसर पर उन्हें बधाई और शुभकामनाएँ दी हैं।