जबलपुर। शनिवार की अलसुबह जबलपुर में ओवरनाइट एक्सप्रेस बड़ी दुर्घटना का शिकार होते-होते बची। गनीमत रही कि इंदौर से जबलपुर के बीच चलने वाली ओवरनाइट एक्सप्रेस के दो डिब्बे पटरी से उतरे और किसी तरह से जानमाल का नुकसान नहीं हुआ। हादसे की सूचना मिलते ही रेलवे अधिकारी मौके पर पहुंचकर घटना के कारणों के बारे में जानकारी जुटा रहे हैं। राहत एवं बचाव कार्य जारी है। इस घटना के चलते मुख्य लाइन पर रेल यातायात प्रभावित होने की आशंका है। रेलवे अधिकारी ट्रेन के पटरी से उतरने के कारणों की जांच कर रहे हैं और पटरी को ठीक किया जा रहा है। पश्चिम मध्य रेलवे के सीपीआरओ हर्षित श्रीवास्तव ने बताया, इंदौर-जबलपुर ओवरनाइट एक्सप्रेस जो इंदौर से आ रही थी और जबलपुर जा रही थी, जब डेड स्टॉप स्पीड पर थी तब उसके दो डिब्बे पटरी से उतर गए। किसी भी यात्री को हानि नहीं हुई है। सभी सुरक्षित हैं और अपने घरों के लिए रवाना भी हो चुके हैं। यह घटना सुबह लगभग 5.50 बजे घटी है, जब ट्रेन प्लैटफार्म पर पहुंच रही थी… स्टेशन से लगभग 150 मीटर की दूरी पर यह हादसा हुआ।
पहले भी हुए हैं ट्रेन हादसे
बता दें कि यह कोई पहला मामला नहीं है। बीते कुछ महीनों में ट्रेन हादसों और पटरी से उतरने की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं। पिछले माह 17 अगस्त को वाराणसी से अहमदाबाद जा रही साबरमती एक्सप्रेस के कम से कम 20 डिब्बे कानपुर के गोविंदपुरी स्टेशन के पास देर रात पटरी से उतर गए। हालांकि, इस हादसे में भी जान-माल के नुकसान की कोई खबर नहीं थी। उससे पहले 4 अगस्त को उत्तर प्रदेश के ही सहारनपुर रेलवे स्टेशन से वॉशिंग शेड ले जाते समय एक खाली लोकल ट्रेन के तीन डिब्बे पटरी से उतर गए थे। हादसे के बाद रेलवे अधिकारियों ने बताया था कि एमईएमयू ट्रेन खाली थी और इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ। वहीं, 18 जुलाई को उत्तर प्रदेश में गोंडा के पास मोतीगंज और झिलाही रेलवे स्टेशन के बीच चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस (ट्रेन संख्या 15904) के 19 डिब्बे पटरी से उतर जाने से चार लोगों की मौत हो गई और कई घायल हो गए थे।