टोक्यो । अमेरिका ने चीन पर नकेल कसना शुरु कर दिया है। अमेरिका ने जापान से इच्छा जाहिर की है कि वह अपनी मध्यम दूरी तक मार करने वाली मिसाइल को सैन्य अभ्यास के लिए तैनात करना चाहता है। एक वरिष्ठ अमेरिकी रक्षा अधिकारी ने कहा कि इन मिसाइलों की तैनाती से चीन के खिलाफ प्रतिरोधक क्षमता बढ़ेगी। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका टायफोन मिसाइल लांचर को तैनात करना चाहता है, इसकी मदद से जमीन से परमाणु बम दागने वाली टॉमहाक क्रूज मिसाइल को दागा जा सकता है। टॉमहाक मिसाइल करीब 1600 किमी तक भीषण हमला करने में सक्षम है। अमेरिका इस मिसाइल का इस्तेमाल कई देशों में कर चुका है।
इंटरमीडिएट न्यूक्लियर फोर्स ट्रीटी के तहत जमीन से हमला करने वाली ऐसी मिसाइलें जिनकी रेंज 500 किमी से लेकर 5500 किमी तक है, उन्हें बैन किया गया है। अमेरिका साल 2019 में इस संधि से हट गया था। अमेरिका ने फिलीपींस के साथ सैन्य अभ्यास के दौरान भी टायफोन सिस्टम को तैनात किया था। अमेरिका के इस कदम से चीन बौखलाया और अमेरिका की इस कार्रवाई को उकसावे का कदम बताया था। यह मिसाइल सिस्टम कई महीने तक फिलीपींस में तैनात रहा। यह सिस्टम अप्रैल में फिलीपींस पहुंचा और मनीला सरकार का कहना है कि टायफोन को सितंबर में हटाया जाएगा। इसका मतलब है कि टायफोन सिस्टम अभी भी फिलीपींस में मौजूद है।
रिपोर्ट के मुताबिक फिलीपींस ने कहा कि चीन ने टायफोन सिस्टम की तैनाती पर बहुत नाटकीय चिंता जाहिर की है। चीनी रक्षा मंत्रालय की प्रवक्ता वू किआन ने कहा था कि अमेरिका के सिस्टम की तैनाती से पूरा इलाका तनाव में है और गंभीर खतरा पैदा हो गया है। अमेरिकी सेना सचिव क्रिस्टिन वोरमुथ ने जापानी अधिकारियों से कहा कि अमेरिका टायफोन सिस्टम को अब जापान में तैनात करना चाहता है। उन्होंने कहा, हमने इसके बारे में जापानी सेना के साथ अपनी इच्छा जता दी है।
वोरमुथ ने कहा कि अमेरिका सिस्टम को कई महीने तक जापान में तैनात करना चाहता है। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य है कि हिंद प्रशांत क्षेत्र में सेना के पास विश्वसनीय युद्धक क्षमता रहे। इस मिसाइल को लेकर चीन में काफी प्रतिक्रिया है। उन्होंने कहा कि जापान के दक्षिण पश्चिमी द्वीपों के पास बड़ी तादाद में अमेरिकी सैनिकों और हथियारों को तैनात करने की क्षमता है, जो ताइवान के काफी करीब है। अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि अमेरिका चीन के पास प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत कर रहा है लेकिन इससे तनाव और बढ़ रहा है।