टोरंटो। कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो को बड़ा झटका लगा जब उनकी अल्पमत सरकार को समर्थन देने वाली न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी (एनडीपी) ने अपना समर्थन वापस ले लिया है। इसके बाद ट्रूडो को सरकार गिरने का डर सताने लगा है और वह नए गठबंधन की तलाश में जुट गए है। एनडीपी नेता जगमीत सिंह ने 2022 में ट्रूडो के साथ किए समझौते को रद्द करने का ऐलान करते हुए कहा कि उनका धैर्य अब खत्म हो गया है। ट्रूडो ने शुरुआती चुनाव की बातों को खारिज करते हुए कहा कि उनकी प्राथमिकता कनाडाई जनता के लिए सामाजिक कार्यक्रमों को आगे बढ़ाना है। उन्होंने कहा कि हम कनाडाई लोगों के लिए काम करेंगे और उम्मीद करते हैं कि अगले चुनाव तक हम अपने कार्यक्रम पूरा कर लेंगे।
समर्थन वापसी के बाद ट्रूडो अब विपक्षी दलों पर निर्भर हो गए हैं। खासकर जब संसद में विश्वास मत की जरूरत होगी। यदि अब चुनाव होते हैं, तो हालिया सर्वे के मुताबिक ट्रूडो की लिबरल पार्टी को हार का सामना करना पड़ सकता है। कनाडा में अगला चुनाव अक्टूबर 2025 में होना है। ट्रूडो 2015 से कनाडा के पीएम हैं, पिछले कुछ सालों से विपक्षी दलों, विशेष रूप से कंज़र्वेटिव पार्टी द्वारा महंगाई और आवास संकट को लेकर आलोचना का सामना कर रहे हैं।
एनडीपी के समर्थन से उनकी सरकार ने कई सामाजिक कार्यक्रमों को लागू किया है, जिनमें से एक राष्ट्रीय डेंटल प्रोग्राम भी है। जगमीत सिंह ने खासकर खाद्य वस्तुओं की बढ़ती कीमतों को लेकर उनकी निराशा सबसे ज्यादा रही है। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर कहा कि जस्टिन ट्रूडो ने बार-बार कॉर्पोरेट लालच के सामने घुटने टेक दिए हैं। लिबरल्स ने जनता को धोखा दिया है और उन्हें दूसरा मौका नहीं मिलना चाहिए। हालिया सर्वे के मुताबिक एनडीपी तीसरे स्थान पर है, जबकि सिंह ने पीएम पद के लिए अपनी दावेदारी का ऐलान किया है। कंज़र्वेटिव नेता पियरे पोलीएवर ने भी सिंह और ट्रूडो पर निशाना साधते हुए कहा कि दोनों ने मिलकर देश की आर्थिक स्थिति को खराब किया है और जनता को संकट में डाला है। उन्होंने कार्बन टैक्स चुनाव की मांग की, ताकि जनता यह तय कर सके कि वे मौजूदा गठबंधन को चुनते हैं या कॉमन सेंस कंज़र्वेटिव सरकार को।