ग्वालियर : ग्वालियर-चंबल अंचल के औद्योगिक विकास को बूस्टर डोज देने के लिये देश और दुनियाभर के औद्योगिक प्रतिनिधि एवं निवेशक 28 अगस्त को “रीजनल इण्डस्ट्री कॉन्क्लेव” में आ रहे हैं। ऐतिहासिक नगरी ग्वालियर के राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय में “रीजनल इण्डस्ट्री कॉन्क्लेव” की तैयारियाँ लगभग पूर्ण हो चुकी हैं। साथ ही देशी-विदेशी मेहमानों के स्वागत के लिए संगीतधानी ग्वालियर सज-धजकर तैयार हो रही है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव 22 औद्योगिक इकाईयों का करेंगे वर्चुअल भूमिपूजन व लोकार्पण
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के मुख्य आतिथ्य में 28 अगस्त को प्रात: लगभग 10.15 बजे राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय के दत्तोपंत ठेंगड़ी सभागार में कॉन्क्लेव का उदघाटन सत्र आयोजित होगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव इस अवसर पर ग्वालियर-चंबल अंचल की 10 औद्योगिक इकाईयों सहित प्रदेश की 22 इकाईयों का वर्चुअल भूमिपूजन व लोकार्पण करेंगे। साथ ही नवीन इकाईयों को आशय पत्र भी वितरित किए जायेंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव “इन्वेस्ट एमपी” पोर्टल भी लाँच करेंगे।
रीजनल इण्डस्ट्री कॉन्क्लेव में केन्द्रीय संचार मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर तथा राज्य सरकार के मंत्रिगण प्रहलाद पटेल, तुलसीराम सिलावट, चेतन कुमार काश्यप, नारायण सिंह कुशवाह, प्रद्युम्न सिंह तोमर, करन सिंह वर्मा, रामनिवास रावत, श्री एदल सिंह कंषाना, गोविंद सिंह राजपूत व राकेश शुक्ला सहित राज्य सरकार के अन्य मंत्रिगण इस कॉन्क्लेव में शामिल होंगे।
एक दर्जन से अधिक बड़े उद्योगपतियों सहित प्रतिष्ठित निवेशक आयेंगे
ग्वालियर में आयोजित होने जा रही “रीजनल इण्डस्ट्री कॉन्क्लेव” में अडानी पोर्ट्स एवं एसईजेड लिमिटेड के प्रबंध संचालक श्री करन अडानी सहित रिलायंस इण्डस्ट्रीज, एजीआई ग्रीन पैक, एक्सेंचर इण्डस्ट्रीज, प्राइम गोल्ड, ओएफवी टेक, बीआर ग्रुप, मार्बल विनायल्स व मॉर्डन टेक्नो जैसी जानी-मानी कंपनियों के वरिष्ठ संचालक व अधिकारी औद्योगिक निवेश लेकर आ रहे हैं।
वन टू वन मीट कर निवेश के लिए खोलेंगे अपना खजाना
रीजनल इण्डस्ट्री कॉन्क्लेव में वन टू वन मीट सबसे अहम पहलू होगा। इसमें बड़े-बड़े उद्योगपति एवं निवेशक ग्वालियर-चंबल अंचल में निवेश की संभावनाओं को तलाशेंगे। साथ ही अपने खजाने निवेश के लिये खोलेंगे। ग्वालियर-चंबल में पूर्व से स्थापित औद्योगिक इकाईयों मसलन जमना ऑटो इण्डस्ट्रीज, गोदरेज कंज्यूमर प्रोडक्ट, सुप्रीम एण्ड माण्डलेज, संघवी फूड व मोंटेज इंटरप्राइजेज द्वारा अपनी इकाईयों का विस्तार कर लगभग 2260 करोड़ रूपए का पूंजी निवेश किया जायेगा। इससे करीबन 4 हजार 588 लोगों को रोजगार मिलेगा।
आधा दर्जन राष्ट्रों के ट्रेड कमिश्नर आयेंगे
रीजनल इण्डस्ट्री कॉन्क्लेव में आधा दर्जन देशों के ट्रेड कमिश्नर व औद्योगिक प्रतिनिधि भाग लेने आ रहे हैं। इनमें जाम्बिया के सचिव आर्थिक व व्यापार आयरीन एकॉम्बेलवा अपूलेनी व सचिव प्रेस – पर्यटन मिस्टर बेनी मुण्डांडो, टोंगो के मिशन अटैची मिस्टर मजा़ वियायो मेंडेली, कोस्टारिका की मुख्य डिप्लोमेटिक एग्रीमेंट सोफिया सालस मोंगे, मैक्सिको के आर्थिक और वाणिज्यिक मामलों के अधिकारी मिस्टर रिकार्डो डेनियल डेलगार्डो मुनोज व खारलो मारियो क्यूनोनेज, नीदरलैंड की ट्रेड कमिश्नर मिस प्रिया एवं कनाडा के मिस्टर रवि तिवारी शामिल हैं।
राज्य शासन के वरिष्ठ अधिकारी देंगे प्रजेंटेशन
ग्वालियर-चंबल अंचल सहित मध्यप्रदेश की औद्योगिक संभावनाओं पर राज्य शासन के प्रमुख सचिव स्तर के वरिष्ठ अधिकारी प्रजेण्टेशन देंगे। प्रमुख सचिव औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन द्वारा “मध्यप्रदेश में निवेश के अवसर” पर प्रजेण्टेशन दिया जायेगा। सचिव एमएसएमई द्वारा “मध्यप्रदेश में एमएसएमई एवं स्टार्टअप क्षेत्र में अवसर”, प्रबंध संचालक हैण्डीक्राफ्ट हैण्डलूम डवलपमेंट कॉर्पोरेशन मोहित बुंदास द्वारा “मध्यप्रदेश में ग्रामीण हथकरघा एवं हस्तशिल्प उद्योगों में अवसर”, प्रमुख सचिव खनिज साधन संजय कुमार शुक्ला द्वारा “मध्यप्रदेश में खनिज साधन के क्षेत्र में अवसर”, प्रमुख सचिव विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संजय दुबे द्वारा “मध्यप्रदेश में आईटीईएसडीएम/आईटीईएस सेक्टर में अवसर” एवं प्रमुख सचिव पर्यटन शिवशेखर शुक्ला द्वारा “मध्यप्रदेश में पर्यटन के क्षेत्र में अवसर” विषय पर प्रजेण्टेशन दिए जायेंगे।
प्रदर्शनी सेक्टर में स्टॉल लगेंगे, राउण्ड टेबल पर भी होगी चर्चा
रीजनल इण्डस्ट्री कॉन्क्लेव के प्रदर्शनी सेक्टर में औद्योगिक उत्पादों पर केन्द्रित स्टॉल लगेंगे। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव सहित अन्य अतिथिगण एवं देश-विदेश से आ रहे उद्यमी प्रदर्शनी सेक्टर देखने जायेंगे। कॉन्क्लेव में मुख्यमंत्री डॉ. यादव उद्योगपतियों से वन टू वन बैठक करेंगे। कॉन्क्लेव में ग्वालियर पीसीबी क्लस्टर, स्टार्टअप सेक्टरों में अवसर व फुट वियर सेक्टर के अवसरों पर राउण्ड टेबल चर्चा होगी। सेक्टोरल सेशन में एमएसएमई और निर्यात में अवसर, एक जिला एक उत्पाद सेक्टर पर फोकस, पर्यटन में अवसर इत्यादि पर भी सत्र होंगे।