वॉशिंगटन । नासा की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बैरी विल्मोर दो माह से ज्यादा समय से अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) में फंसे हुए हैं। अभी उन दोनों के वापसी की कोई संभावना नहीं दिख रही है, बल्कि ऐसी आशंका है कि अभी 6 माह तक दोनों को अंतरिक्ष में ही रहना होगा है। इस बीच नई रिपोर्ट बताती है कि इन अंतरिक्ष यात्रियों के लिए स्पेस में चीनी खतरा मंडरा रहा है। रिपोर्ट के अनुसार, हाल ही में विस्फोट हुए चीन के रॉकेट का मलबा इन अंतरिक्ष यात्रियों की ओर बढ़ रहा है, इसकारण अंतरिक्ष स्टेशन पर मौजूद यात्रियों के लिए खतरा उत्पन्न हो गया है।
ताइयुआन सैटेलाइट लांच सेंटर से लांच चीन का लॉन्ग मार्च 6एक रॉकेट 18 जी 60 उपग्रहों को तैनात करने के ठीक बाद फट गया था। इस रॉकेट के मलबे के 700 से ज्यादा टुकड़े अंतरिक्ष में घूम रहे हैं। इसका मलबा इतना ज्यादा है कि 1000 से अधिक उपग्रहों को प्रभावित कर सकता है। हालांकि, एक रिपोर्ट में अमेरिका की स्पेस कमांड के हवाले से बताया गया है कि अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर कोई खतरा नहीं है।
लॉन्ग मार्च 6ए रॉकेट में पृथ्वी की सतह से 810 किलोमीटर ऊपर विस्फोट हुआ था। यह आईएसएस से की पृथ्वी से ऊंचाई 408 किलोमीटर से काफी ऊपर है। अभी तक ये पता नहीं चल गया है कि चीनी रॉकेट में विस्फोट किस कारण है। रिपोर्ट के अनुसार, चीन मलबे की निगरानी कर रहा है। चीनी विदेश मंत्रालय ने कहा है कि, चीन ने आवश्यक उपाय किए हैं और संबंधित कक्षीय क्षेत्रों की बारीकी से निगरानी कर डेटा का विश्लेषण कर रहा है। बयान में कहा गया है कि चीन बाहरी अंतरिक्ष पर्यावरण की सुरक्षा को बढ़ावा देता है और बाहरी अंतरिक्ष गतिविधियों की दीर्घकालिक स्थिरता बनाए रखता है।
चीनी रॉकेट में विस्फोट की यह पहली घटना नहीं है। इसके पहले 2022 में भी इसी तरह की घटना की सूचना मिली थी, जब एक अन्य लॉन्ग मार्च 6ए रॉकेट में विस्फोट हुआ था, जिससे अंतरिक्ष में मलबे के 500 से ज्यादा टुकड़े बिखर गए थे। इन टुकड़ों से उपग्रहों और दूसरे अंतरिक्ष पिंडों से टकराने का खतरा बढ़ गया था।