तेलअवीव। बीते कई महीनों से इजरायली सेना हमास के सुप्रीम कमांडर इस्माइल हानिये की हत्या की फिराक में थी। इसके लिए कई बार प्रयास भी किए गए लेकिन सफलता नहीं मिली। अंतत: बीते रोज ईरान के नए राष्ट्रपति के शपथ समारोह से लौटने के बाद हानिये को ईरान में ही ढेर कर दिया गया। ईरान की सेना रिवॉल्यूशनरी गार्ड्स की ओर से बयान जारी करके इसकी पुष्टि की गई है। हमास की ओर से भी इस्माइल के मारे जाने की बात कही गई है। बयान में कहा गया, हम फिलिस्तीन के लोगों और अरब देश को बड़े दुख के साथ बताना चाहते हैं कि हमास की राजनीतिक विंग के नेता इस्माइल नहीं रहे। उन्हें तेहरान में उनके ठिकाने पर इजरायल ने मार डाला। यह घटना तब हुई, जब वह नए ईरानी राष्ट्रपति के शपथ समारोह से लौटे थे।
इजरायल की ओर से इस्माइल को मार गिराना बड़ी सफलता है। यही नहीं ईरान के लिए भी यह झटका ही है क्योंकि उसकी राजधानी में इस्माइल का कत्ल हुआ है। बता दें कि हमास को ईरान समर्थित उग्रवादी संगठन माना जाता है। यही नहीं इजरायल पर पिछले दिनों लेबनान से संचालित उग्रवादी ग्रुप हिजबुल्लाह ने भी मिसाइल अटैक किया था। इस हमले में 12 बच्चे मारे गए थे, जो उस वक्त फुटबॉल खेल रहे थे। हिजबुल्लाह को भी ईरान का ही समर्थन रहा है। ऐसे में इजरायल ने इस्माइल को ईरान में ही ढेर कर हमास समेत ईरान और अन्य दुश्मनों को संकेत दिया है। खबर है कि इस्माइल का कत्ल गोलियां मारकर किया गया है। इस हमले में उनके कुछ सुरक्षाकर्मियों को भी गोलियां लगी हैं। इस्माइल हानिये ईरान के नए राष्ट्रपति के शपथ समारोह में शामिल होने के लिए तेहरान पहुंचा था। वहीं हमास ने दावा किया है कि इजरायल ने इस्माइल के ठिकाने पर एयरस्ट्राइक भी किया था। हमास ने इजरायल पर बीते साल 7 अक्टूबर को हमला कर दिया था। इस अटैक में करीब 1200 इजरायली मारे गए थे। इसके अलावा 250 लोगों को बंधक बना लिया गया था। उसके बाद से ही इजरायल और हमास के बीच जंग जारी है।
बम से उड़ा दिया घर, तीन बेटों को भी किया था ढेर
दरअसल, हमास चीफ इस्माइल हानिया मंगलवार को ईरान के नए राष्ट्रपति मसूद पेजेश्कियान के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुआ। इस दौरान हानिया ने ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई से भी मुलाकात की थी। इसके अगले ही दिन (बुधवार) यानी की आज सुबह-सुबह ईजरायल ने उस घर को ही उड़ा दिया, जिसमें इस्माइल हानिया ठहरा हुआ था। ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स ने बयान जारी कर कहा है कि हमला तेहरान में हानिया के ठिकाने को निशाना बनाकर किया गया। इसमें हमास चीफ के साथ-साथ उसका एक बॉडीगार्ड भी मारा गया।हमास चीफ इस्माइल हानिया ने एक दिन पहले ही ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला खामेनेई से तेहरान में मुलाकात की थी। हाल ही में (अप्रैल 2024) इजरायल इजरायली सुरक्षाबलों ने हानिया के तीन बेटों को भी मार गिराया था। इजरायल ने गाजा पट्टी पर एयरस्ट्राइक कर हानिया के तीन बेटों को मारा था। इजरायली सेना आईडीएफ ने बताया था कि हानिया के तीन बेटे आमिर, हाजेम और मोहम्मद गाजा में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने जा रहे थे, इस बीच तीनों हवाई हमलों की चपेट में आ गए।
फिलिस्तीनी संगठन हमास की कई इकाइयां हैं, जो राजनीतिक, फौजी या सामाजिक काम-काज संभालती हैं। हमास की नीतियां एक कंसल्टेटिव बॉडी तय करती है। इसका मुख्यालय गाजा पट्टी इलाके में ही है। अब तक हमास की कमान इस्माइल हानिया के हाथों में थी, जो इसका चेयरमैन था। उसने 2017 से खालिद मेशाल के उत्तराधिकारी के तौर पर ये काम संभाला था। वो कतर की राजधानी दोहा में रहता था और वहीं से हमास का काम-काज देखता था। दरअसल, मिस्र ने उसके गाजा आने-जाने पर रोक लगा रखी थी। बता दें कि इजरायल और हमास के बीच जंग 7 अक्टूबर 2023 से जारी है। तब हमास ने इजरायल पर हमला कर दिया था, जिसमें 1200 लोग मारे गए थे। हमास ने 250 नागरिकों को बंधक भी बना लिया था। दावा है कि अब भी 150 बंधक हमास के कब्जे में है। वहीं, हमास दावा करता है कि इजरायली हमलों में अब तक 39 हजार से ज्यादा फिलिस्तीनी नागरिकों की मौत हो चुकी है। इजरायल का कहना है कि उसने इस ऑपरेशन में हमास और उसके सहयोगियों के 14 हजार से ज्यादा लड़ाकों को मार गिराया है।