नोएडा । बिजली बिल का ज्यादा आना आम बात है, लेकिन इतना ज्यादा आना कि बिल देखकर कोई भी आदमी के होश उड़ जाएं। बिजली विभाग का ऐसा ही कारनामा सामने आया है। नोएडा के सेक्टर 122 के एक शख्स को तीन महीने का बिजली बिल 4 करोड़ रुपए से ज्यादा मिला है। शिकायत करने पर बिजली वितरण कंपनी ने इसके लिए गलत मीटर रीडिंग को जिम्मेदार ठहराया है और इसमें सुधार करने की बात कही है।
जानकारी के मुताबिक नोएडा सेक्टर के मकान नंबर सी-103 में रहने वाले बसंत शर्मा को बिजली कंपनी से एक अलर्ट एसएमएस मिला, जिसमें लिखा था कि उनका तीन महीने का बिजली बिल- 9 अप्रैल से 18 जुलाई तक 4,02,31,842.31 रुपए है और बिल रकम जमा करने की अंतिम तारीख 24 जुलाई है। इस एसएमएस में कहा गया था कि अगर भुगतान नियत तारीख में किया जाता है, तो ग्राहक कुल रकम पर 2.8 लाख रुपए की छूट पा सकता है।
शर्मा ने बताया कि वह इतना बिजली बिल देखकर हैरान हैं। उन्होंने बताया कि घर मौजूदा वक्त में किराए पर है। मेरा किराएदार, जो घर से काम करता है, बिलिंग अवधि के दौरान घर में रहने वाला एकमात्र व्यक्ति था। वह बुनियादी बिजली के उपकरणों का उपयोग करता है। चूंकि वह शहर से बाहर हूं, इसलिए एसएमएस मिलते ही वह डिस्कॉम के जूनियर इंजीनियर को फोन किया। उन्होंने भरोसा दिलाया है कि बिल की गड़बड़ी को ठीक किया जाएगा।
बसंत शर्मा भारतीय रेलवे के कर्मचारी हैं और इस वक्त आधिकारिक प्रशिक्षण के लिए शिमला में हैं। उन्होंने कहा कि बिल उनकी पत्नी प्रियंका के नाम पर जारी किया गया था। बिल से पता चलता है कि 85,936 यूनिट की आखिरी मीटर रीडिंग 8 अप्रैल को ली गई थी और 1,476 रुपये का भुगतान 22 जून को किया गया था। 18 जुलाई को ली गई वर्तमान मीटर रीडिंग 90,144 यूनिट थी। इसमें 4.02 करोड़ रुपए का बकाया, मानक कटौती के बाद गणना की गई शुद्ध रकम 3.98 करोड़ रुपए और देय राशि 3.75 लाख रूपए बताई है।
इलाके के प्रभारी कार्यकारी इंजीनियर शिवम त्रिपाठी ने कहा कि इस तरह की गड़बड़ियां दुर्लभ हैं और बिजली विभाग ने शिकायत का तुरंत संज्ञान लिया। त्रिपाठी ने कहा कि इस मामले में मीटर रीडिंग सही तरीके से नहीं ली गई थी। मामले को इलाके के एसडीओ के संज्ञान में लाया। उन्होंने कर्मचारियों को नई रीडिंग लेने और नया बिल जारी करने का निर्देश दिए हैं।