दिल्ली। उत्तर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और राज्य में पार्टी के संगठनात्मक मामलों से जुड़े कई मुद्दों पर बात की। चौधरी और राज्य के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने मंगलवार को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी अलग-अलग मुलाकात की थी। मुलाकातों का यह सिलसिला राज्य में पार्टी के भीतर से असंतोष के स्वर उभरने के संकेत के बीच चला है। लोकसभा चुनावों में यूपी में भाजपा को सपा-कांग्रेस गठबंधन के हाथों हार का सामना करना पड़ा था।पार्टी के नेता भी मानने लगे हैं कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ केशव प्रसाद मौर्य के मतभेद हैं। राज्य पार्टी की बैठक में मौर्य ने आदित्यनाथ और नड्डा की मौजूदगी में कहा था कि संगठन हमेशा सरकार से बड़ा होता है और कोई भी संगठन से बड़ा नहीं हो सकता है। उनके इस बयान को भी कई राजनीतिक पर्यवेक्षकों ने योगी के लिए एक संदेश बताया था।
उपमुख्यमंत्री ने बुधवार को अपने कार्यालय के हैंडल से भी ‘संगठन सरकार से बड़ा है…’ वाली टिप्पणी पोस्ट कर विवाद को और बढ़ा दिया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य में चुनावी हार के लिए अति आत्मविश्वास को जिम्मेदार ठहराया और सुझाव दिया कि पार्टी विपक्षी इंडिया गठबंधन के अभियान का प्रभावी ढंग से मुकाबला नहीं कर सकी। राज्य के कई भाजपा नेताओं ने मुख्यमंत्री की कार्यशैली की आलोचना की है। इनमें लोकसभा चुनाव हारने वाले नेता भी शामिल हैं, उन्होंने इसे अपनी हार का एक कारण बताया है। 2024 के लोकसभा चुनावों में, भाजपा 80 में से केवल 33 सीटें जीतने में सफल रही, जबकि समाजवादी पार्टी ने 37 सीटें जीतीं, जो भाजपा के लिए खराब प्रदर्शन था, जिसने 2019 के आम चुनावों में 61 सीटें जीती थीं।उपमुख्यमंत्री केशव मौर्य के दिल्ली दौरे के बाद गरमाई सियासी माहौल के बीच भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात कर प्रदेश में ताजा सियासी माहौल की जानकारी दी।
सूत्रों के मुताबिक चौधरी ने दोनों नेताओं को लोकसभा चुनाव में सीटें घटने के कारणों की रिपोर्ट भी सौंपी है। साथ ही सरकार और संगठन के स्तर पर की जा रही आगे की तैयारियों के बारे में जानकारी दी है।उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के ‘संगठन सरकार से बड़ा है’ वाले पोस्ट के बाद भाजपा नेता व केंद्रीय मंत्री बीएल वर्मा ने कहा, मैं भी पार्टी का कार्यकर्ता हूं। हम सभी पार्टी कार्यकर्ताओं का सम्मान करते हैं। संगठन का काम संगठन करता है और सरकार सरकारी काम करती है।
संगठन और सरकार मिलकर राज्य (यूपी) के विकास के लिए काम कर रहे हैं। संगठन और सरकार दोनों का अपना स्थान है। संगठन और सरकार एक दूसरे के पूरक हैं। मौर्य, चौधरी और नड्डा की बैठक पर वर्मा ने कहा कि इस तरह की ये औपचारिक और अनौपचारिक चर्चाएं और बैठकें होती रहती हैं, और इनका आकलन करने की कोई जरूरत नहीं है। यूपी में हार पर विचार-मंथन के सवाल पर केंद्रीय मंत्री ने कहा, हम आगे बढ़ेंगे। परिणाम चाहे जो भी हो, चिंतन और मंथन जरूरी है। 2027 के लिए हमारा लक्ष्य सभी चुनावों में विजयी होना और भाजपा का झंडा बुलंद करना है।