वाटर केनन चलाई, आंसू गैस के गोले दागे, किया बल प्रयोग, घायल आशुतोष चौकसे अस्पताल में भर्ती
भोपाल। नर्सिंग घोटाले, नीट पेपर लीक सहित अन्य परीक्षाओं में धांधली को लेकर लगातार लड़ाई लड़ रही कॉग्रेस सोमवार को सड़को पर उतर आई। मामले की निष्पक्ष जॉच और दोषियो के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग कर रही एनएसयूआई ने सोमवार को जंगी प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में प्रदेश भर से कार्यकर्तो भोपाल में पीसीसी के बाहर जमा हुए और पूर्व नियोजित रणनीति के चलते सीएम हाउस का घेराव करने के लिये कूच कर गये। पुलिस ने उन्हें रोकने के हर संभव प्रयास किये लेकिन आक्रोशित कार्यकर्ता अपनी पर अड़े रहे तब पुलिस ने अपनी तरह से उन्हें रोकते हुए तितर-बितर करना शुरु कर दिया। इस दौरान नेताओ सहित अनेक कार्यकर्ता घायल हो गए, वहीं पुलिस ने नेताओ सहित दर्जनो कार्यकर्ताओ को गिरफ्तार कर लिया। जानकारी के अनुसार सुबह से ही प्रदेशभर के कार्यकर्ताओ का जुटना शुरु हो गया था। दोपहर करीब 2 बजे बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओ ने सीएम हाउस का घेराव करने लिये कूच किया। हालांकि एनएसयूआई कार्यकर्ताओं को सीएम हाउस तक पहुंचने से रोकने के लिये पुलिस ने पहले ही तैयारियां करते हुए पीसीसी कार्यालय से रेडक्रास हॉस्पिटल चौराहे के बीच थ्री लेयर बेरीकेडिंग के साथ ही अन्य इंतेजाम कर रखे थे। रेडक्रॉस हॉस्पिटल के पास पुलिस ने बैरिकेड्स लगाकर रोक प्रदर्शनकारियो को रोकने का प्रयास किया। लेकिन गुस्साये कॉग्रेसी बैरिकेडस पर चढ़कर आगे बढ़ने का प्रयास करने लगे। इस दौरान प्रदर्शनकारियो और पुलिस के बीच धक्कामुक्की होने लगी। स्थिति को नियंत्रण में करने लिये पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर वाटर कैनन चलाने के साथ ही आंसू गैस के गोले छोड़ते हुए उन्हें तितर बितन करना शुरु किया। इस दौरान एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष आशुतोष चौकसे घायल हो गए। उन्हें रेडक्रॉस हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। प्रदर्शन के दौरान पीसीसी चीफ जीतू पटवारी के भी घायल हुए है, उनके दाहिने हाथ में चोट आई है। चोट लगने पर पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने कहा चोट आएगी, घायल होंगे, लाठी डंडे खाना पढ़ेंगे, जेल जाना पड़ेगा इसके बाद भी आमजन की लड़ाई लड़ना पड़ेगी यही कांग्रेस पार्टी को दायित्व मिला है। बाद में पुलिस ने सैकड़ो कार्यकर्ताओं के साथ ही प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी अन्य नेताओं को भी हिरासत में ले लिया। प्रदर्शन के दौरान एनएसयुआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष वरुण चौधरी, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार, हेमंत कटारे, जयवर्धन सिंह भी मोजूद रहे। कॉग्रेस नेताओ ने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा सरकार घोटालो की सरकार है, जिसमें सरकार के नेताओ कि भी मिली भगत है, और उन्हें बचाने के लिये सरकार दमनकारी नीति अपनाते हुए कॉग्रेस की आवाज को बलपूर्वक कुचलना चाहती है, लेकिन कॉग्रेस कार्यकर्ता इस लड़ाई उस समय तक लगातार रहेगा जब तक पीड़ीत छात्रो को इंसाफ और दोषियो को कड़ी सजा नहीं मिलती।