नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) की तरफ से दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल की जेल में तबीयत खराब होने और वजन कम होने के दावे किए जा रहे हैं। आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा है कि गिरफ्तारी के बाद से केजरीवाल का वजन 8.5 किलोग्राम घट गया है। इस पर तिहाड़ जेल सुपरिटेंडेंट ने साफ कहा है कि केजरीवाल का उतना वजन नहीं गिरा है, जितना बताया जा रहा है। आप नेता का कहा है कि जेल प्रशासन भी मान रहा है कि वजन कम हुआ है।
केजरीवाल की मेडिकल रिपोर्ट में भी उनके वजन गिरने की बात कही गई है। इसमें सीएम केजरीवाल के वजन को लेकर आप नेताओं और दिल्ली सरकार के मंत्रियों के दावे पर सवाल उठाए गए हैं। दिल्ली सरकार के मंत्री, आप सांसद और अन्य लोग लगातार केजरीवाल के 8.5 किलोग्राम वजन कम होने की बात कह रहे हैं। इस संबंध में तिहाड़ जेल के सुपरिटेंडेंट ने दिल्ली सरकार के गृह विभाग को चिट्ठी लिखी है।
जेल सुपरिटेंडेंट के मुताबिक 1 अप्रैल 2024 को जब केजरीवाल पहली बार तिहाड़ आए तो उनका वजन 65 किलोग्राम था। 10 मई को जब केजरीवाल तिहाड़ से बाहर निकलें तो उनका वजन 64 किलोग्राम था। सुप्रीम कोर्ट ने केजरीवाल को 21 दिनों की अंतरिम जमानत दी थी। जमानत अवधि खत्म होने के बाद उन्होंने सरेंडर कर दिया था। जेल सुपरिटेंडेंट ने चिट्ठी में बताया कि 2 जून को जब सीएम केजरीवाल ने सरेंडर किया तो उनका वजन 63.5 किलोग्राम था। 14 जुलाई को उनका वजन 61.5 किलोग्राम है। इस तरह ये साफ है कि 8.5 किलो वजन कम होने के दावे में कोई सच्चाई नहीं है। अगर पहली बार जेल में आने से लेकर अभी तक कम हुए वजन की बात करें तो ये 3.5 किलोग्राम घटा है।
सुपरिटेंडेंट ने जानकारी दी है कि केजरीवाल का रोजाना चेकअप होता है। साथ ही कोर्ट के आदेशानुसार मेडिकल बोर्ड से परामर्श के समय उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल भी मौजूद रहती हैं। सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए निराधार आरोप लगाए गए हैं। ये जेल प्रशासन को डराने के इरादे से झूठी जानकारी और जनता को भ्रमित करने की कोशिश है।
वहीं, तिहाड़ जेल ने केजरीवाल को लेकर जो मेडिकल रिपोर्ट तैयार की है। उस पर अब आम आदमी पार्टी का भी जवाब आ गया है। आप राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा है कि तिहाड़ जेल ने माना है कि केजरीवाल का कई बार शुगर लेवल कम हुआ है। केजरीवाल शुगर लेवल कम होने पर नींद में कोमा में जा सकते हैं। शुगर लेवल होने से ब्रेन स्ट्रॉक का भी खतरा है।