जम्मू। आतंकी अपनी कायराना हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। आए दिन सेना के जवानों को निशाना बना रहे हैं। बीते रोज डोडा में आतंकियों के साथ हुई मुठभेड़ में 5 जवान बुरी तरह से घायल हो गए थे जिन्होंने अस्पताल में दम तोड़ दिया। जानकारी के मुताबिक आर्मी का एक अधिकारी भी हमले में शहीद हो गया है। कश्मीर के एक आतंकी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। आतंकी संगठन कश्मीर टाइगर्स ने बयान जारी करके कहा है कि सुरक्षाबलों ने जब मुजाहिद्दीन का तलाशी अभियान शुरू किया तो फायरिंग की गई।

जानकारी के मुताबिक रात करीब 9 बजे आतंकियों के साथ मुठभेड़ शुरू हुई। वाइट नाइट कॉर्प्स ने सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म एक्स पर जवानों के घायल होने की सूचना दी। खुफिया जानकारी के आधार पर जंगल में आतंकियों के खिलाफ तलाशी अभियान शुरू किया गया था। बीते कुछ सप्ताह से जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमलों को देखते हुए सुरक्षाबल अलर्ट पर हैं। 14 जुलाई को कुपवाड़ा में एलओसी पर आतंकी घुसपैठ की कोशिश कर रहे थे जिन्हें जवानों ने ढेर कर दिया था।

8 जुलाई को कठुआ में हुए आतंकी हमले में पांच सेना के जवान शहीद हो गए थे। वहीं घात लगाकर सेना के काफिले पर किए गए हमले में कई जवान घायल हो गए थे। कुलगाम में 6 जुलई को कई आतंकियों को मार गिराया गाय था वहीं दो जवान भी शहीद हो गए ते। हाल ही में डोडा में भी मुठभेड़ में तीन आतंकियों को मारा गया था।

बता दें कि कश्मीर टाइगर्स पाकिस्तान के आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का शैडो ग्रुप है। 9 जुलाई को कठुआ में हुए हमले की जिम्मेदारी भी इसी आतंकी संगठन ने ली थी। अधिकारियों का कहना है कि डोडा में राष्ट्रीय राइफल्स और स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप ने शाम को 7 बजे के बाद देसा जंगल इलाके में सर्च ऑपरेशन शुरू किया था। यहां आतंकियों के छिपे होने की खुफिया जानकारी मिली थी। इसके बाद जंगल में छिपे आतंकियों ने फायरिंग शुरू कर दी। 20 मिनट चली मुठभेड़ में अधिकारी समेत चार जवान बुरी तरह घायल हो गए। घायलों को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां चारों जवानों ने दम तोड़ दिया। जानकारी के मुताबिक उनकी हालत गंभीर थी। डोडा में आतंकियों के साथ मुठभेड़ अब भी जारी है। बताया गया कि यहां तीन से चार आतंकी छिपे हो सकते हैं।

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