भोपाल। मध्य प्रदेश की अमरवाड़ा विधानसभा सीट पर भाजपा प्रत्याशी राजा कमलेश शाह ने कड़े मुकाबले में कांग्रेस के धीरन शाह को 3027 वोट से हरा दिया। कशमकश भरे मुकाबले में तीसरे से 18वें राउंड में धीरन शाह आगे निकल गए थे। अंतिम दो दौर की मतगणना ने नतीजे को भाजपा की झोली में डाल दिया। करीब 11 साल बाद अमरवाड़ा सीट पर भाजपा ने परचम फहराया है। लोकसभा चुनावों से ठीक पहले राजा कमलेश शाह ने कांग्रेस छोड़कर भाजपा की सदस्यता ली थी और विधायकी से इस्तीफा दिया था। इसके बाद इस सीट पर उपचुनाव आवश्यक हो गए थे। डॉ. मोहन यादव के सामने मुख्यमंत्री बनने के बाद यह पहली चुनौती थी, जिसका सामना उन्होंने सफलतापूर्वक कर लिया।
वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और उनके पूर्व सांसद बेटे नकुल नाथ के लिए यह सीट प्रतिष्ठा का सवाल बनी हुई थी। लोकसभा चुनावों में मिली हार से वह अब तक उबर नहीं सके हैं। 2023 के विधानसभा चुनावों में जिले की सभी आठ सीटों पर कांग्रेस ने परचम फहराया था। भाजपा को जिले की एक भी सीट पर जीत नहीं मिली थी। हालांकि, उसके बाद राजा कमलेश शाह ने भाजपा की सदस्यता ली और बाजी ही पलट गई। पहले लोकसभा चुनावों में विवेक बंटी साहू ने नकुल नाथ को करीब सवा लाख वोट से हराया। अब राजा कमलेश शाह ने अपनी सीट पर कब्जा कायम रखते हुए कमलनाथ के गढ़ में भाजपा को सेंध लगाने में सफलता दिलाई। कांग्रेस से भाजपा में आए प्रेम नारायण ठाकुर ने 2008 में अमरवाड़ा विधानसभा सीट पर जीत हासिल की थी। इसके बाद 2013, 2018 और 2023 के विधानसभा चुनावों में राजा कमलेश शाह ने यहां जीत दर्ज की। लोकसभा चुनावों से ठीक पहले कमलेश शाह भाजपा में आए और पार्टी को छिंदवाड़ा जिले की इस महत्वपूर्ण सीट पर जीत दिला दी।
कशमकश भरा रहा मुकाबला
सुबह आठ बजे मतगणना शुरू हुई तो पलड़ा कमलेश शाह का भारी था। 20 दौर की गणना होनी थी। शुरुआती दो दौर में राजा कमलेश शाह ने पांच हजार वोट की लीड हासिल कर ली थी। हालांकि, तीसरे दौर से कांग्रेस के धीरन शाह आगे निकल गए। 18वें दौर तक उनकी लीड चार हजार से छह हजार वोट के बीच की रही। लेकिन आखिर के दो दौर में राजा कमलेश शाह ने बाजी पलट दी और आगे निकल गए। अंतिम दौर की गणना के बाद राजा कमलेश शाह को 3,027 वोट से विजयी घोषित किया गया।
कांग्रेस पार्टी के पर्यवेक्षकों ने ने मचाया बवाल
अंतिम दौर की गणना के दौरान कांग्रेस प्रत्याशी के पिछड़ते ही वहां मौजूद पार्टी के पर्यवेक्षकों ने हंगामा किया। रीकाउंटिंग की मांग की। धीरन शाह ने कहा कि प्रशासन ने रीकाउंटिंग की मांग के आवेदन को अस्वीकार कर दिया है। प्रशासन के दावों में भाजपा चुनाव जीत गई। दरअसल, दो ईवीएम का डिस्प्ले बंद था। इससे मतगणना भी प्रभावित हुई। कांग्रेस के हंगामे के बाद वीवीपैट की पर्ची का मिलान किया गया। इस वजह से नतीजे घोषित होने में देर हुई।
जनता ने जताया सरकार और भाजपा पर भरोसा
अमरवाड़ा विधानसभा उपचुनाव में भाजपा की जीत पर मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने जनता और भाजपा कार्यकर्ताओं को बधाई दी। उन्होंने कहा कि हमारी जीत जनता के विश्वास और भाजपा की विचारधारा पर भरोसे की जीत है। यह जीत बताती है कि जनता सरकार और भाजपा संगठन पर भरोसा कर रही है। मैं अपनी ओर से इस जीत पर प्रदेश वासियों और खासकर अमरवाड़ा की जनता को बधाई देता हूं और आभार मानता हूं।