नई दिल्ली । भारत के मित्र देश रूस में ग्रैंड वेलकम के बाद अब बारी यूरोप में डंका बजाने की थी। भारत एकमात्र ऐसा देश है, जो पश्चिम और रूस के बीच सेंटर ऑफ एट्रक्शन बनकर खड़ा हुआ है। भारत के साथ यूरोप भी संबंध बनाने के लिए कितना उत्सुक है, ये वहां से आई तस्वीरों से साफ होता है। 40 साल बाद ये पहला मौका था जब भारतीय प्रधानमंत्री ऑस्ट्रिया की धरती पर उतरा था। ऑस्ट्रिया में ग्रैंड वेलकम देखकर साफ अंदाजा लग सकता है कि मोदी के चर्चें दुनियाभर में हैं। तीसरे कार्यकाल की शुरुआत में एक ही बार में प्रधानमंत्री मोदी ने यूरोप और रूस का दौरा कर दुनिया को सीधा संकेत दे दिया है कि किसी एक पक्ष की तरफ भारत का झुकाव नहीं है।

रूस के दौरे की निंदा करने वाली पश्चिमी मीडिया अब यूरोप के दौरे को कवर करने के लिए भी मजबूर है। ऑस्ट्रिया पहुंचने के साथ ही पीएम मोदी की आवभगत देखकर सभी हैरान रह गए। ऑस्ट्रिया के विदेश मंत्री अलेक्जेंडर शेलेनबर्ग ने हवाई अड्डे पर मोदी का स्वागत किया।

वियना में मोदी ने भारतीय प्रवासियों के साथ मुलाकात की। इसके साथ ही ऑस्ट्रिया पहुंचे पीएम मोदी से वहां के चांसलर कार्ल नेहमर ने मुलाकात की। इतना ही नहीं नेहमर ने पीएम मोदी के साथ सेल्फी भी ली। सेल्फी पोस्ट कर उन्होंने लिखा कि पीएम मोदी वियना में आपका स्वागत है। ऑस्ट्रिया और भारत साझेदार हैं। मैं आपकी यात्रा के दौरान हमारे राजनीतिक और आर्थिक चर्चाओं की प्रतीक्षा कर रहा हूं।

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