बीजिंग :  पीएम नरेंद्र मोदी सोमवार को रूस के दौरे हैं। उनकी इस यात्रा पर दुनियाभर की नजर टिकी हैं। माना जा रहा है कि पीएम मोदी दोनों देशों के बीच कारोबार और रक्षा क्षेत्र में बड़े समझौते कर सकते हैं। इसके साथ ही पीएम मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच शिखर वार्ता में यूक्रेन संघर्ष पर भी बात होने की उम्मीद हैं।

रूस में पीएम मोदी के इस आवभगत से चीन की भी धड़कन बढ़ गई है और शायद इसी वजह से उसने रूस-यूक्रेन जंग पर सलाह दी है। चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने इस युद्ध को शांति से बातचीत के जरिये खत्म कराने का आह्वान किया है। शी चिनफिंग ने सोमवार को हंगरी के प्रधानमंत्री विक्टर ओरबान से मुलाकात की। इस बैठक में उन्होंने वैश्विक महाशक्तियों से आह्वान किया कि रूस और यूक्रेन को सीधी बातचीत फिर से शुरू करने में मदद करें। ओरबान पिछले हफ्ते रूस और यूक्रेन की यात्रा करने के बाद चीन पहुंचे थे। वह यूक्रेन में शांति समझौते की संभावनाओं पर चर्चा करने के लिए कई देशों की यात्राएं कर रहे हैं। ओरबान ने शांति के लिए चीन की पहल की तारीफ करते हुए उसे वैश्विक उथल-पुथल के बीच स्थिरता लाने वाली ताकत करार दिया। वहीं ओरबान ने कहा रूस और यूक्रेन के अलावा ‘युद्ध खत्म होना तीन ग्लोबल पॉवर- अमेरिका, यूरोपीय संघ और चीन के फैसले पर निर्भर करता है। उधर यूक्रेन में संघर्ष के बीच रूस रवाना होने से पहले पीएम मोदी ने भी वहां शांति की हिमायत की और कहा कि भारत शांतिपूर्ण और स्थिर क्षेत्र के लिए सहयोगात्मक भूमिका निभाना चाहता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *