भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अपनी कैबिनेट का विस्तार किया है। 68 दिन पहले कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए विधायक रामनिवास रावत ने राजभवन में कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ले ली है। राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने राजभवन में आज सुबह करीब 9 बजे उन्हें शपथ दिलाई।

कांग्रेस से भाजपा में आए रामनिवास रावत ने सोमवार सुबह कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली। इससे डॉ. मोहन यादव सरकार में मुख्यमंत्री समेत 31 मंत्री हो गए हैं। राज्यपाल मंगू भाई पटेल ने सोमवार सुबह नौ बजे रावत को मंत्री पद की शपथ दिलाई। राजभवन में हुए इस संक्षिप्त कार्यक्रम में मुख्यमंत्री समेत राज्य के कई मंत्री मौजूद रहे।

श्योपुर की विजयपुर सीट से विधायक रामनिवास रावत छह बार के विधायक हैं। वे उमंग सिंघार को नेता प्रतिपक्ष बनाने से नाराज थे, जिसके बाद उन्होंने कांग्रेस छोड़कर भाजपा की सदस्यता ली। रावत पहली बार 1990 में विधायक बने। इसके बाद वे 1993 में दिग्विजय सिंह सरकार में कैबिनेट में जगह मिली। रावत को दो बार विधानसभा चुनाव में हार का भी सामना करना पड़ा है। 64 वर्षीय रावत 2019 में कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में लोकसभा का चुनाव भी लड़ा, लेकिन उनको हार का सामना करना पड़ा। उनके परिवार में पत्नी उमा रावत के अलावा दो बेटे और दो बेटियां हैं। उनका पेशा वकालत है। उन्होंने बीएससी, एमए, एलएलबी की पढ़ाई की है।

इसके अलावा अन्य मंत्रियों के नाम को लेकर भी फैसला जल्द होने की चर्चा है। देर शाम सीएम मोहन यादव ने राज्यपाल मंगूभाई पटेल से मुलाकात की है, हालांकि इसे सौजन्य भेंट बताया जा रहा है। दरअसल, लोकसभा चुनाव के बीच विजयपुर से कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक रामनिवास रावत और बीना से विधायक निर्मला सप्रे भाजपा में शामिल हुई थी। रावत कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक होने के साथ ही ग्वालियर-चंबल में अच्छा प्रभाव रखते हैं।

भाजपा में शामिल होने के बाद भी रावत और सप्रे ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा नहीं दिया है। इसको लेकर कांग्रेस ने विधानसभा अध्यक्ष से भी शिकायत की है। अब भाजपा रावत को मंत्री बनाकर इनाम दे सकती है। कैबिनेट विस्तार में जातिगत और क्षेत्रीय समीकरणों को भी साधा जाएगा। महिला कोटे  से निर्मला सप्रे को भी मौका मिल सकता है। फिलहाल सोमवार को विजयपुर से विधायक रामनिवास रावत को मंत्री पद की शपथ दिलाने की चर्चा है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की राज्यपाल से देर शाम मुलाकात की। इस सौजन्य भेंट बताया जा रहा है। हालांकि सूत्रों का कहना है सीएम ने रामनिवास रावत को मंत्री बनाने राज्यपाल का नाम सौंप दिया है। इस छोटे से कैबिनेट विस्तार से किसी मंत्री के विभाग में कोई परिवर्तन नहीं होगा। मुख्यमंत्री अपने पास से ही रामनिवास रावत को विभाग देंगे।

लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 29 की 29 सीटें जीती हैं। इसमें सबसे बड़ी जीत छिंदवाड़ा की लोकसभा सीट है, जिसे कमलनाथ का गढ़ माना जाता था। छिंदवाड़ा की अमरवाड़ा सीट से कांग्रेस विधायक कमलेश शाह ने लोकसभा चुनाव के बीच भाजपा ज्वाइन करने के बाद कमलनाथ को बड़ा झटका दिया था। इस सीट पर लोकसभा चुनाव में भाजपा को बड़ी लीड मिली थी। अब भाजपा शाह को मंत्री बनाकर ईनाम दे सकती है।

बता दें पिछले दिनों ही मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह समेत कई दिग्गज नेताओं से दिल्ली में मुलाकात की थी। जिसमें उनके कैबिनेट विस्तार को लेकर चर्चा होने की बात कही जा रही है। पार्टी लोकसभा चुनाव में बेहतर प्रदर्शन करने वाले विधायक को भी इनाम दे सकती है।

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