नई दिल्ली। पीएम नरेन्द्र मोदी रूस की दो दिवसीय यात्रा जाएंगे, जहां वह 22वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे और दोनों देशों के बीच बहुआयामी संबंधों की समीक्षा भी करेंगे। विदेश मंत्रालय ने बताया कि पीएम मोदी 8-9 को रूस की यात्रा पर जा रहे हैं वह अपनी यात्रा समाप्त करने के बाद ऑस्ट्रिया जाएंगे। जो 41 सालों में किसी भारत के पीएम की पहली यात्रा होगी। पीएम मोदी की पिछली रुस यात्रा 2019 में हुई थी जब उन्होंने व्लादिवोस्तोक में एक आर्थिक सम्मेलन में शिरकत की थी।

वार्षिक शिखर सम्मेलन दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को लेकर सर्वोच्च संस्थागत संवाद तंत्र है। अब तक भारत और रूस में बारी-बारी से 21 वार्षिक शिखर सम्मेलन आयोजित हो चुके हैं। पिछला शिखर सम्मेलन 6 दिसंबर 2021 को दिल्ली में हुआ था। इस शिखर सम्मेलन में रुस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भारत आए थे। शिखर सम्मेलन में दोनों पक्षों ने 28 समझौतों पर हस्ताक्षर किए थे और शांति, प्रगति और समृद्धि के लिए भारत-रूस साझेदारी शीर्षक से एक संयुक्त वक्तव्य भी जारी किया था।

मोदी और पुतिन ने पिछली बार 16 सितंबर 2022 को उज्बेकिस्तान के समरकंद में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के शिखर सम्मेलन के दौरान द्विपक्षीय वार्ता की थी। बैठक में मोदी ने पुतिन पर यूक्रेन में संघर्ष समाप्त करने के लिए कहा था। पीएम मोदी ने कहा था कि मैं जानता हूं कि आज का युग युद्ध का नहीं है। हमने इस मुद्दे पर कई बार फोन पर चर्चा की है कि लोकतंत्र, कूटनीति और संवाद पूरे विश्व को प्रभावित करते हैं। रूस के साथ अपनी गहरी मित्रता को दर्शाते हुए भारत ने अब तक यूक्रेन पर मॉस्को के हमले की निंदा नहीं की है और वह यह कहता रहा है कि इस संकट का समाधान कूटनीति और बातचीत के माध्यम से किया जाना चाहिए।

मोदी रूस की यात्रा खत्म करके ऑस्ट्रिया जाएंगे। वह 9-10 जुलाई को ऑस्ट्रिया में ही रहेंगे। विदेश मंत्रालय ने कहा कि यह 41 सालों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की ऑस्ट्रिया की पहली यात्रा होगी। वह ऑस्ट्रिया गणराज्य के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर वान डेर बेलन से मुलाकात करेंगे। मंत्रालय ने कहा कि पीएम मोदी और चांसलर भारत और ऑस्ट्रिया के दिग्गज उद्यमियों को भी संबोधित करेंगे।

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