हाथरस। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को हाथरस पहुँच कर भगदड़ वाली घटना के स्थल का जायजा लेकर घायलों से मुलाकात की। मुख्यमंत्री योगी ने हाथरस पहुँचते ही वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर राहत कार्यों की समीक्षा भी की। बता दें कि सीएम ने घटना की जांच के लिए अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (आगरा) और अलीगढ़ मंडल आयुक्त की एक टीम गठित की है। टीम को जांच रिपोर्ट 24 घंटे के भीतर सौंपनी है। योगी ने कहा था कि हमारी सरकार घटना की तह में जाकर साजिश कर्ताओं और जिम्मेदारों को उचित सजा देने का काम करेगी। राज्य सरकार पूरी घटना की जांच करा रही है। उन्होंने कहा था कि सरकार मामले में पहले से संवेदनशील है और किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।
इस बीच, सत्संग के दौरान हुई भगदड़ के मामले में पुलिस ने ‘मुख्य सेवादार और अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। पुलिस ने मुख्य सेवादार देवप्रकाश मधुकर और अन्य सेवादारों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।
रिपोर्ट में कहा गया, आयोजकों ने पिछले कार्यक्रमों में पहुंची लाखों लोगों की भीड़ की स्थिति को छिपाकर इस बार 80 हजार अनुयायियों के इकट्ठा होने की बात प्रशासन से कही थी। इसके अनुसार ही सुरक्षा की व्यवस्था की थी लेकिन सत्संग में ढाई लाख से ज्यादा लोग पहुंचे थे जिससे अव्यवस्था पैदा हो गई। आरोप लगाया गया, सत्संग के मुख्य प्रवचनकर्ता सूरजपाल उर्फ ‘भोले बाबा’ के प्रवचन के बाद वह अपनी गाड़ी में सवार होकर आयोजन स्थल से निकल रहे थे, तभी अनुयायियों ने उनकी गाड़ी के मार्ग से धूल समेटना शुरू किया। इस दौरान लाखों की भीड़ के दबाव के कारण कुछ लोग कुचल गए। इसमें कहा गया, भीड़ को आयोजन समिति और सेवादारों ने जबरन रोक दिया जिसकी वजह से भीड़ का दबाव बढ़ता गया और महिलाएं, बच्चे तथा पुरुष उसमें दबते-कुचलते चले गए। शिकायत में आरोप लगाया गया, मौके पर मौजूद पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने घायल तथा बेहोश लोगों को अस्पताल पहुंचाया लेकिन आयोजनकर्ताओं तथा सेवादारों ने कोई सहयोग नहीं किया।