नई दिल्ली । 18वीं लोकसभा के पहले संसद सत्र का मंगलवार को सातवां दिन है। इस बीच पीएम मोदी भी लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के तहत जवाब दे रहे हैं। लोकसभा में अपने भाषण के दौरान पीएम मोदी ने यूपी के हाथरस में हुए हादसे पर दुख जाहिर किया। उन्होंने कहा कि इस हादसे में जिनकी भी जान गई उनके प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं। साथ ही जो घायल हुए हैं उनके जल्द ही स्वस्थ होने की कामना करता हूं। मैं इस सदन के माध्यम से सभी को भरोसा देता हूं कि सभी पीड़ितों की मदद की जाएगी।
इसके पहले पीएम मोदी ने कहा कि अब चुनाव हो चुके हैं। देशवासियों ने पांच सालों के लिए विकसित भारत बनने का काम एनडीए को सौंप दिया है। आवश्यक है कि विकसित भारत के निर्माण के लिए सदन के सभी माननीय सदस्यों का योगदान होना चाहिए। मैं सभी सांसदों को निमंत्रण देता हूं कि भारत को विकसित बनाने में आप भी आगे आइए।
सेना में भर्ती पर कांग्रेस झूठ फैला रही
पीएम मोदी ने कहा कि हमारी सेना पर सवाल उठाया गया। यह देश के लिए गंभीर बात है। युवाओं का मनोबल गिराने की कोशिश हो रही है। सेना में भर्ती पर कांग्रेस झूठ फैला रही है। युवा को सेना से दूर रखने का षड्यंत्र हो रहा है। वन रैंक वन पेंशन पर झूठ फैलाया गया। वहीं नीट पेपर लीक मामले पर पीएम मोदी ने कहा कि हमारी सरकार ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए अत्यंत गंभीर हैं। मैं देश के नौजवानों से कहना चाहूंगा कि देश के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वालों को छोड़ा नहीं जाएगा।
पीएम मोदी ने कांग्रेस पर हमला कर कहा कि हिंदू परंपरा, हिंदू समाज इस देश की विरासत को नीचा दिखाना, गाली देना, अपमानित करना हिंदुओं का मजाक करना फैशन बन गया। इस संरक्षण देने का काम अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए इसतरह के तत्व कर रहे हैं। हमारे देवी देवताओं का अपमान 140 करोड़ लोगों के देशवासियों के दिलों को चोट पहुंचा रहा है। सदन के कल के दृश्यों को देखकर अब हिंदू समाज को भी सोचना होगा क्या ये अपमान केवल संयोग है या कोई प्रयोग की तैयारी है ये हिंदू समाज को सोचना पड़ेगा।
आंबेडकर ने क्यों दिया था नेहरू कैबिनेट से इस्तीफा
पीएम मोदी ने कहा ये वे लोग हैं जिन्होंने प्रारंभ से देश के दलितों और पिछड़ों के साथ घोर अन्याय किया है। इसकारण से बाबा साहेब आंबेडकर ने कांग्रेस की दलित विरोधी मानसिकता के कारण नेहरू कैबिनेट से इस्तीफा दिया था। इस्तीफा देकर आंबेडकर ने कहा था कि मैं सरकार द्वारा एससी जातियों की उपेक्षा पर अपने अंदर उत्पन्न आक्रोश को रोक नहीं सकता।
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में राहुल गांधी का नाम लिए बना तंज कसते हुए कहा कि कल जो हुआ उसे गंभीरता से लिए बिना हम संसदीय लोकतंत्र को संरक्षित नहीं कर सकते है। इस हरकत को बालक बुद्धि मानकर अब नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। कतई नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। मैं इसलिए कह रहा हूं कि इसके पीछे इरादे नेक नहीं है। मैं देशवासियों को भी जगाना चाहता हूं। इन लोगों का झूठ हमारे देश के नागरिकों की विवेक बुद्धि पर आशंका व्यक्त करता है। पीएम मोदी ने कहा ईवीएम को लेकर झूठ, संविधान को लेकर झूठ, आरक्षण को लेकर झूठ, उससे पहले राफेल को लेकर झूठ, एचएएल को लेकर झूठ, एलआईसी को लेकर झूठ, बैंकों के लेकर झूठ, कर्मचारियों को भी भड़काने के प्रयास हुआ। हौसला इतना बढ़ गया कि सोमवार को अग्निवीर को लेकर सदन में झूठ बोला गया। सोमवार को सदन में भरपूर असत्य बोला गया कि एमएसपी नहीं दिया जा रहा है। संविधान की गरिमा से खिलवाड़ ये सदन का दुर्भाग्य है और अनेक बार लोकसभा में जीतकर सदन की गरिमा के साथ खिलवाड़ करें ये शोभा नहीं देता है। अपने संबोधन में पीएम मोदी ने अखिलेश और कांग्रेस को लपेटा…….तुलसीदास जी कह गए हैं, अखिलेश जी.. झूठई लेना, झूठई देना, झूठई भोजन, झूठई चबेना। कांग्रेस ने झूठ को राजनीति का हथियार बनाया। कांग्रेस के मुंह झूठ लग गया है। जैसे आदमखोर जानवर होता है जिसके लहू मुंह पर लग जाता है। वैसे कांग्रेस के मुंह झूठ का खून लग गया है। देश ने एक जुलाई को खटाखट दिवस भी मनाया है। एक जुलाई को लोग अपने बैंक अकाउंट चेक कर रहे थे कि 8500 रुपये आए कि नहीं आए। मंचों से साफ-साफ घोषणा की गई कि अगर इनके मन का परिणाम नहीं आया तब 4 जून को देश में आग लगा दी जाएगी। बालक बुद्धि में ना बोलने का ठिकाना होता और न ही बालक बुद्धि में व्यवहार का कोई ठिकाना होता है। जब ये बालक बुद्दि पूरी तरह सवार हो जाती है, तब सदन में भी किसी के गले पड़ जाते हैं। ये बालक बुद्धि अपनी सीमाएं खो देती हैं, तब सदन के अंदर बैठकर आंखें मारता है। पीएम मोदी ने कहा 6-6 दशक तक राज करने वाली कांग्रेस पार्टी अराजकता फैलाने में जुटी है। ये दक्षिण में जाकर उत्तर के लोगों के खिलाफ बोलते हैं। उत्तर में जाकर पश्चिम के लोगों को खिलाफ जहर उगलते हैं। महापुरुषों के खिलाफ बोलते हैं। इन्होंने भाषा के आधार पर बांटने की हर कोशिश की है।
कांग्रेस की इतिहास में तीसरी सबसे बड़ी हार
पीएम मोदी ने कांग्रेस के इतिहास का ये पहला मौका है जब लगातार तीन बार कांग्रेस 100 का आंकड़ा पार नहीं कर सकी है। कांग्रेस के इतिहास में ये तीसरी बार सबसे बड़ी हार है। तीसरा सबसे खराब प्रदर्शन है। अच्छा होता कांग्रेस अपनी हार स्वीकार करती, जनता जनार्दन के आदेश के सिर आंखों पर चढ़ाती, आत्ममंथन करती लेकिन ये कुछ शीर्षासन करने में लगे हुए हैं। कांग्रेस और उसकी इको सिस्टम दिन रात बिजली जलाकर हिंदुस्तान के नागरिकों के मन में ये प्रस्थापित करने की कोशिश कर रहे हैं कि उन्होंने हमें हरा दिया है।