हाथरस । उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले के सिकंदराराऊ कस्बे के फुलरई गांव में मंगलवार को बड़ा हादसा हो गया। यहां भोले बाबा का सत्संग चल रहा था। बताया गया है कि सत्संग समाप्त होने के बाद यहां से जैसे भी भीड़ निकलना शुरू हुई तो भगदड़ मच गई। इस भगदड़ में महिलाएं और बच्चे बुरी तरह कुचलते चले गए। मौके पर चीख-पुकार मच गई। हादसे में कई लोगों की मौत होने की आशंका है। घायलों को मेडिकल कॉलेज एटा भेजा गया है, अब तक 27 लोगों की मौत की खबर है। जिनके शव एटा मेडिकल कॉलेज पहुंचे। जबकि कुल मृतकों की संख्या 122 बताई जा रही है। जिनके शव अलीगढ़ भेजे गए हैं। 150 से अधिक घायल हैं। कई लोगों की हालत गंभीर है। मृतकों की संख्या बढ़ सकती है। वहीं सीएम योगी ने भी हादसे का संज्ञान लिया है।
हादसे के बाद हालात इस कदर भयावह हो गए कि अस्पताल के बाहर शव जमीन पर बिखरे पड़े रहे। हादसे के बाद जैसे-तैसे घायलों और मृतकों को बस-टैंपो में लादकर अस्पताल ले जाया गया। घटना की जांच के लिए एडीजी आगरा और अलीगढ़ कमिश्नर की टीम बनाई है। हादसे को अपनी आंखों से देखने वाली युवती ने बताया कि सत्संग में बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ उमड़ी हुई थी। सत्संग समाप्त हुआ उसके बाद लोग वहां से जाने लगे। इसी दौरान निकलने की जल्दी में भगदड़ मच गई। लोग एक दूसरे को देख ही नहीं रहे थे। महिलाएं और बच्चे गिरते चले गए। भीड़ उनके ऊपर से दौड़ रही थी। कोई बचाने वाला नहीं था। चारों ओर चीख-पुकार मची हुई थी।
लाशों को देखकर सिपाही को आया हार्टअटैक
एटा में मेडिकल कॉलेज में लाशों का ढेर देखकर ड्यूटी पर तैनात सिपाही को हार्ट अटैक आ गया। उसकी मौके पर मौत हो गई। वह क्यीआरटी अवागढ़ में तैनात था। उसे मेडिकल कॉलेज आपात ड्यूटी पर बुलाया गया। इतनी लाशें देखकर वह बर्दाश्त न कर सका। सिपाही मूल रूप से सिद्धार्थनगर का रहने वाला था।