वॉशिंगटन। नासा की भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और एक अन्य साथी स्पेस में फंसे हुए हैं। सुनीता बोइंग स्टारलाइनर के जरिए वह अपने साथी बुच विल्मोर के साथ स्पेस स्टेशन गई थीं और बोइंग कैप्सूल में खराबी के कारण वह वहां फंस गई।
नासा ने अब कहा है कि उसके दोनों अंतरिक्ष यात्री ज्यादा समय तक स्पेस में ही रहेंगे। क्योंकि इंजीनियर बोइंग कैप्सूल में आई खराबी को सुधारने का काम जारी है। नासा ने जमीन पर परीक्षण पूरा होने तक वापसी की तारीख तय नहीं की और कहा कि अंतरिक्ष यात्री सुरक्षित हैं। नासा के स्टीव स्टिच ने कहा कि हमें अंतरिक्ष यात्रियों को वापस लाने की कोई जल्दी नहीं है। उन्होंने कहा कि नासा स्टारलाइनर के मिशन की अवधि को 45 से बढ़ाकर 90 दिन करने पर विचार कर रहा है।
बता दें पांच जून को दोनों अंतरिक्ष यात्री बोइंग स्टारलाइनर कैप्सूल में सवार होकर अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन के लिए रवाना हुए थे। सालों की देरी और असफलताओं के बाद बोइंग का यह पहला अंतरिक्ष यात्री लॉन्च था। यह टेस्ट फ्लाइट करीब एक सप्ताह चलने की उम्मीद थी। विल्मोर और विलियम्स के लिए स्टेशन से जुड़ने के दौरान कैप्सूल की जांच के लिए पर्याप्त समय था लेकिन कैप्सूल के थ्रस्टर में खराबी के कारण नासा और बोइंग को समस्या का विश्लेषण करते समय वापसी की उड़ान में देरी करनी पड़ी।
नासा को अंतरिक्ष यात्रियों के स्पेसवॉक में भी दिक्कतें आ रही हैं। इसी सप्ताह एक अंतरिक्ष यात्री के स्पेससूट से पानी लीक होने के बाद स्पेसवॉक रद्द कर दी गई। समस्या का समाधान नहीं हुआ है और अगले सप्ताह की प्रस्तावित स्पेसवॉक भी रद्द कर दी गई है। रिपोर्ट के मुताबिक स्टारलाइनर की उड़ान से पहले रॉकेट में हीलियम लीक देखने को मिला था। उड़ान के दौरान कई और रिसाव देखे गए। हीलियम का इस्तेमाल थ्रस्टर्स के लिए ईंधन पर दबाव डालने के लिए किया जाता है। पांच फेल थ्रस्टर्स में से चार को ठीक कर लिया गया है। एक थ्रस्टर के ठीक होने की उम्मीद नहीं है।