तेल अवीव। इजरायल में मौजूद भारतीय कंपनी के बंदरगाह पर यमन के हूती विद्रोहियों ने हमले का दावा किया है। दावा है कि उन्होंने इजरायल के हाइफा बंदरगाह पर ड्रोन के जरिए हमला किया है। इराक के इस्लामिक प्रतिरोध के साथ एक संयुक्त सैन्य अभियान चलाया। इसमें कई ड्रोन ने हाइफा बंदरगाह के करीब एक इजरायली जहाज को निशाना बनाया। इजरायल का हाइफा बंदरगाह भारत के लिए भी बेहद महत्वपूर्ण है। इस बंदरगाह का संचालन भारतीय अरबपति गौतम अडानी की कंपनी एक स्थानीय कंपनी के साथ मिलकर करती है।
रिपोर्ट के मुताबिक यह इजरायल के सबसे प्रमुख बंदरगाहों में से एक है, जहां से लगभग 99 फीसदी सामान समुद्र के रास्ते आता-जाता है। पिछले साल जनवरी में 4 अरब शेकेल (1.03 अरब डॉलर) में इसे खरीदा गया था। ईरान के समर्थन वाले हूती लड़ाकों के प्रवक्ता याह्या सारी ने बुधवार को टीवी पर एक बयान में हमले के बारे में बताया। इजरायल ने हालांकि हूतियों के हमले से इनकार किया है। इजरायली सेना के एक प्रवक्ता ने कहा कि आर्मी को ऐसी किसी भी घटना की जानकारी नहीं है। हाइफा बंदरगाह पर किसी असामान्य चीज का कोई संकेत नहीं है। इजरायल की ओर से गाजा पर हमले के विरोध में हूतियों ने पिछले साल नवंबर से ही हमला शुरू कर दिया है। उसका कहना है कि यह हमले गाजा में फिलिस्तीनियों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए है। नवंबर में हूती विद्रोहियों ने लाल सागर में शिपिंग लेन पर ड्रोन और मिसाइल से हमला किया था। दर्जनों हमलों में उन्होंने दो जहाज डुबो दिए, एक जहाज हाईजैक कर लिया।हीं दूसरी ओर अदन की खाड़ी में एक जहाज और इजराइल के दक्षिण में स्थित बंदरगाह शहर ईलात पर बुधवार को तड़के हमले किए गए। अदन की खाड़ी में एक जहाज और इजराइल के दक्षिण में स्थित बंदरगाह शहर ईलात पर बुधवार को तड़के हमले किए गए। अधिकारियों ने यह जानकारी देते हुए बताया कि संभवत: ये हमले हूती विद्रोहियों ने किए हैं।